सास-ससुर, जेठ की हत्या करने वाली पुत्रवधू और उसके भाई को उम्रकैद

जिला सत्र न्यायाधीश (दो) अलवर डा. रेनू श्रीवास्तव की अदालत ने सोहना के तिहरे हत्याकांड में आरोपित महिला तथा उसके भाई को उम्रकैद की सजा सुनाई है। सोहना निवासी महिला ने संपत्ति हड़पने के लिए दिव्यांग जेठ के साथ ही सास-ससुर की हत्या कर दी थी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 08:55 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 08:55 PM (IST)
सास-ससुर, जेठ की हत्या करने वाली 
पुत्रवधू और उसके भाई को उम्रकैद
सास-ससुर, जेठ की हत्या करने वाली पुत्रवधू और उसके भाई को उम्रकैद

संवाद सहयोगी, सोहना (गुरुग्राम): जिला सत्र न्यायाधीश (दो) अलवर डा. रेनू श्रीवास्तव की अदालत ने सोहना के तिहरे हत्याकांड में आरोपित महिला तथा उसके भाई को उम्रकैद की सजा सुनाई है। सोहना निवासी महिला ने संपत्ति हड़पने के लिए दिव्यांग जेठ के साथ ही सास-ससुर की हत्या का शव जलाकर अलग-अलग जगहों पर डाल दिया था। इस मामले में एक आरोपित को अदालत ने सबूत के अभाव में बरी कर दिया था। महिला के पति ने घटना से कुछ माह पहले ही आत्महत्या कर ली थी। वह भी पत्नी के रवैये से परेशान था।

अपर लोक अभियोजक सादिक खान ने बताया कि 29 सितंबर 2017 को ठाकुर मोहल्ला सोहना निवासी सतपाल सिंह उनकी पत्नी पुष्पा देवी की सोहना स्थित उनके मकान में गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। दोनों के शव राजस्थान के अलवर जिले में रामगढ़ थाना क्षेत्र के गांव चंडीगढ़ अहीर के जंगल में जलाए गए थे। इस संबंध में सतपाल के भाई भूपेन्द्र सिंह ने रामगढ़ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

पुलिस ने जांच की तो मामला संपत्ति विवाद का निकला था। इस मामले में पुलिस ने सतपाल की पुत्रवधू गीता देवी, उसके भाई समरजीत व उसके दोस्त विकास राजपूत को गिरफ्तार किया था। हत्या कर सबूत नष्ट करने की बात सामने आने पर पुलिस ने तीनों के खिलाफ अदालत में चालान पेश किया था। अदालत गीता तोमर उसके भाई दिल्ली के छतरपुर की संजय कालोनी निवासी समरजीत को उम्रकैद तथा 70-70 हजार रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई है। तीसरे आरोपित सोहना निवासी विकास राजपूत को संदेह का लाभ देकर दोषमुक्त कर दिया गया।

दिव्यांग जेठ को भी मार शव जला दिया था

गीता तथा अन्य आरोपितों ने घटना वाले दिन ही अपने दिव्यांग जेठ पंकज की हत्या कर दी थी। जेठ के शव को कार में डाल गीता तथा अन्य आरोपितों ने नूंह जिला के नगीना थाना क्षेत्र में डाल जला दिया था। नूंह पुलिस ने दो दिन बाद शव को बरामद किया था। गीता तथा अन्य के खिलाफ नूंह अदालत में भी मामला चल रहा है। सजा की जानकारी पर ठाकुर वाड़ा मोहल्ले के लोगों ने कृत्य ऐसा किया कि फांसी की सजा दी जानी चाहिए थी। पति ने कर ली थी आत्महत्या

गीता के पति विपिन ने घरेलू कलह के चलते आत्महत्या कर ली थी। पति की मौत के बाद गीता की नजर संपत्ति पर थी। उसे हड़पने के लिए उसने भाई के अलावा अपने नौकर विकास को पांच लाख रुपये देने का लालच देकर साजिश में शामिल किया था। पुलिस ने विकास को भी आरोपित बनाया था।

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