माडल संस्कृति स्कूल का किया शुभारंभ
सरकार द्वारा प्राथमिक स्कूलों को माडल संस्कृति स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है। गांव सिकंदरपुर के स्कूल को भी माडल संस्कृति स्कूल बनाया गया है।
जागरण संवाददाता, मानेसर: सरकार द्वारा प्राथमिक स्कूलों को माडल संस्कृति स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है। गांव सिकंदरपुर के स्कूल को भी माडल संस्कृति स्कूल बनाया गया है। बुधवार को इसका शुभारंभ ग्रामीणों द्वारा किया गया। गुरुग्राम सरपंच एसोसिएशन के अध्यक्ष और गांव के सरपंच सुंदरलाल यादव ने इसका शुभारंभ किया। इस दौरान स्कूल के प्रधानाचार्य दीपक यादव ने कहा कि अब शिक्षा में सुधार की जरूरत है। केवल डिग्री होने से कोई कामयाब नहीं हो जाता। उसके पास कौशल होना जरूरी है। इसलिए माडल संस्कृति स्कूल शुरू किए जा रहे हैं। यह पहला चरण है। इसके बाद आगे भी शिक्षा में सुधार किए जाएंगे। बच्चों के अंदर हुनर है तो वह बिना डिग्री के भी कामयाब हो सकता है और अगर हुनर नहीं है तो डिग्री पास होने के बाद भी कामयाब नहीं होता। हमें शिक्षा में किए जाने वाले सुधार पर विचार कर बच्चों को कामयाब करना होगा। गांव के सरपंच सुंदरलाल यादव ने कहा कि शिक्षा ही जीवन का आधार है। बच्चों को केवल कागजी ज्ञान नहीं देना चाहिए। बच्चों का सामाजिक ज्ञान और हुनर भी देखना चाहिए। इस दौरान स्कूल की तरफ से नीरू बाला, भावना, प्रवीण बाला, सोनम, गांव के पूर्व सरपंच सत्तू, रामअवतार, रोहताश यादव, सत्यप्रकाश, अजीत सिंह, ओमप्रकाश और शिवनारायण समेत काफी लोग मौजूद रहे।