एक नवंबर से घरों से मिश्रित कूड़ा नहीं उठाया जाएगा

नगर निगम आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने शहर के नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि स्वछता के लिए कचरा अलग-अलग करना बहुत ही महत्वपूर्ण एवं जरूरी कार्य है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 07:17 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 07:17 PM (IST)
एक नवंबर से घरों से मिश्रित कूड़ा नहीं उठाया जाएगा
एक नवंबर से घरों से मिश्रित कूड़ा नहीं उठाया जाएगा

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: नगर निगम आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने शहर के नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि स्वच्छता के लिए कचरा अलग-अलग करना बहुत ही महत्वपूर्ण एवं जरूरी कार्य है। एक नवंबर से नगर निगम गुरुग्राम द्वारा मिश्रित कचरा स्वीकार नहीं किया जाएगा, इसलिए नागरिकों को चाहिए कि वे कचरे को अलग-अलग करने की प्रक्रिया को अपने आदत में शामिल करें।

निगमायुक्त ने कहा कि घर पर ही कचरे को तीन भागों में अलग-अलग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे घरों में तीन प्रकार का कचरा उत्पन्न होता है। इसमें गीला, सूखा, घरेलू हानिकारक व सेनेटरी वेस्ट शामिल है। घर में किचन वेस्ट, फल व सब्जी के छिलके और बचा हुआ खाना गीले कचरे की श्रेणी में आते हैं। गीले कचरे से खाद बनाएं और पौधों में इसका उपयोग करें।

दूसरी श्रेणी में सूखा कचरा आता है। इसमें कागज, गत्ता, प्लास्टिक, लोहा व कपड़ा आदि शामिल हैं। सूखा कचरा रीसाइकिल हो जाता है। इसी प्रकार तीसरी श्रेणी में घरेलू हानिकारक व सेनेटरी वेस्ट है, जिसमें पेंट व दवाइयों के डिब्बे, ट्यूबलाइट, थर्मामीटर, बैटरी, डायपर व नैपकिन शामिल हैं।

पालीथिन का इस्तेमाल करने वालों के चालान काटे जाएंगे

नगर निगम आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने नागरिकों से पालीथिन एवं सिगल यूज प्लास्टिक मुक्त गुरुग्राम बनाने का आह्वान भी किया। उन्होंने कहा कि यह शहर हम नागरिकों का है और इसकी बेहतरी के लिए हमें बढ़-चढ़कर सहयोग करना चाहिए। नागरिक सिगल यूज प्लास्टिक एवं पालीथिन का उपयोग करने से बचें और बाजार जाते समय कपड़े या जूट के थैला अपने साथ ले जाएं। प्लास्टिक के उपयोग पर पाबंदी है और नियमानुसार चालान भी किए जाने का प्रविधान है।

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