एचआइवी व एसटीडी नियंत्रण पर हुई चर्चा
पटौदी के उपमंडलीय अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों व रेडक्रास कर्मियों की बैठक हुई। पटौदी की एसएमओ डा. नीरू यादव ने कहा कि जागरूकता व एतिहयात बरतने से एड्स व एसटीडी आदि रोगों से बचा जा सकता है।
संवाद सहयोगी, पटौदी : पटौदी के उपमंडलीय अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों व रेडक्रास कर्मियों की बैठक हुई। पटौदी की एसएमओ डा. नीरू यादव ने कहा कि जागरूकता व एतिहयात बरतने से एड्स व एसटीडी आदि रोगों से बचा जा सकता है। ऐसे में जरूरी है कि इसको लेकर लोगों को जागरूक किया जाए विशेषकर उन्हें जिन्हें इन रोगों से ग्रसित होने का अधिक अंदेशा हो। उन्होंने कहा कि एड्स पीड़ित व्यक्ति का रक्त किसी भी प्रकार से दूसरे व्यक्ति के रक्त में चला जाए तो यह रोग हो जाता है। इसके लिए शेविग करते समय एक व्यक्ति का ब्लेड दूसरे को प्रयोग नहीं करना चाहिए। इसी प्रकार एक ही सुई से दूसरे को इंजेक्शन नहीं लगाना चाहिए। बिना जांच किए रक्त भी दूसरे को नहीं चढ़ाना चाहिए। उन्होंने रेडक्रास की एचआइवी एड्स नियंत्रण के लिए चलाई हुई लक्षित हस्तक्षेप योजना के बारे में भी बताया। इसके तहत उन लोगों की समय समय पर जांच की जाती हैं, जिन्हें इस रोग के होने की अधिक संभावना होती है।
रेडक्रास की एचआईवी एड्स नियंत्रण की लक्षित हस्तक्षेप योजना की काउंसलर कविता सरकार ने बताया कि फरवरी माह तक जिले में 12 शिविर लगाए जाएंगे जिसमें ट्रक चालक आदि की एचआइवी व एसटीडी जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि किसी व्यक्ति के एड्स पाजिटिव पाए जाने पर उसकी अस्पताल में पुन: जांच होती है व बाद में उसे पीजीआई रोहतक में रजिस्ट्रेशन करवाना होता है। इसके बाद उसे दवाइयां निशुल्क दी जाती हैं। रोगी की पहचान किसी को नहीं बताई जाती है। कोरोना महामारी के चलते पिछले कुछ समय में यह जांच नहीं की जा सकी है। इस मौके पर रेडक्रास से योजना प्रबंधक रजनी कटारा, विक्रम तिहाल, सुषमा, नीलम व तिलक उपस्थित थे।
इधर बाद में जिला रेडक्रास टीम व पटौदी के स्वास्थ्य कर्मियों ने क्षेत्र की लगभग 75 सेक्स वर्कर का एड्स, वीडीआरएल व कोरोना टेस्ट भी किया। कविता सरकार के अनुसार सभी का एड्स व वीडीआरएल टेस्ट नेगेटिव आया है।