ओम नम: शिवाय: बाबा बिसाह मंदिर
जिले का प्रसिद्ध मंदिर बाबा बिसाह भक्त पूरणमल बाबा चौरंगीनाथ मंदिर जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर गांव कासन में स्थित है। गांव की पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर में देशभर से श्रद्धालु पहुंचते हैं।
जिले का प्रसिद्ध मंदिर बाबा बिसाह भक्त पूरणमल बाबा चौरंगीनाथ मंदिर जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर गांव कासन में स्थित है। गांव की पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर में देशभर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। ग्रामीणों के अनुसार बाबा जब काशी जा रहे थे तो उन्होंने गांव में विश्राम किया था। इस दौरान गांव के बिशन सिंह ने उनकी सेवा की थी। बाबा जाने लगे तो उन्होंने बिशन सिंह से कहा था कि उनके नाम से पहले बिशन सिंह के नाम की पूजा की जाएगी। तभी से मंदिर का नाम बाबा बिसाह भक्त पूरणमल बाबा चौरंगीनाथ मंदिर है। यहां पर भगवान शिव की बड़ी मूर्ति स्थापित है। कैसे पहुंचें
गांव कासन स्थित मंदिर तक पहुंचने के लिए भक्तों को थोड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। जिला मुख्यालय से बस सेवा के माध्यम से मानेसर तक आया जाता है। यहां से आटो गांव कासन पहुंचा देते हैं। यहां से मंदिर तक जाने के लिए पहाड़ी पर चढ़ना पड़ता है। पहाड़ी पर ही मंदिर स्थित है।
मंदिर की विशेषता
बाबा बिसाह भक्त पूरणमल बाबा चौरंगीनाथ मंदिर पर हर साल भाद्रपद मास की एकादशी से चार दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले में देशभर से पहलवान कुश्ती दंगल में पहुंचते हैं। इस दौरान यहां लाखों लोग बाबा के दर्शन करने पहुंचते हैं। इनके लिए चारों दिन भंडारे का आयोजन किया जाता है। मंदिर परिसर में बाबा भोलेनाथ और शनिदेव महाराज के अलग से मंदिर बने हुए हैं। यहां सावन माह में बड़ी संख्या में भक्त बाबा को जलाभिषेक करने के लिए पहुंचते हैं। लोगों की आस्था के प्रतीक मंदिर में नियमित रूप से आरती और पूजा की जाती है।
श्री राम शर्मा, पुजारी
गांव में बाबा का मंदिर है। सावन माह में लोग जलाभिषेक करने यहां आते हैं। मंदिर में रोजाना श्रद्धालु आते हैं। व्यवस्था के लिए ट्रस्ट और आसपास के गांवों के लोगों द्वारा कार्य किया जाता है। पूरे क्षेत्र पर बाबा का आशीर्वाद है।
एडवोकेट विनोद चौहान, ग्रामीण कासन