स्मार्ट सिटी फीडर की तैयारियों का जायजा लेने आ रहे हैं एमडी, अधिकारी बेचैन
बिजली निगम के फीडर को स्मार्ट बनाने का काम कछुआ गति से चल रहा है। दो साल में प्रोजेक्ट तैयार होना था। तीन साल में मात्र 15 से 20 फीसद काम ही पूरा हो पाया है।
महावीर यादव, बादशाहपुर
बिजली निगम के फीडर को स्मार्ट बनाने का काम कछुआ गति से चल रहा है। दो साल में प्रोजेक्ट तैयार होना था। तीन साल में मात्र 15 से 20 फीसद काम ही पूरा हो पाया है। स्मार्ट सिटी की तैयारियों का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को बिजली निगम के प्रबंधक निदेशक (एमडी) डा. बलकार सिंह आ रहे हैं। स्मार्ट सिटी अधिकारियों के उनके आगमन की सूचना से हाथ-पांव फूल रहे हैं।
बिजली उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बिजली निगम ने शहर के 600 फीडर को स्मार्ट बनाने की योजना तैयार की। इस योजना को स्मार्ट सिटी का नाम दिया गया। सेक्टर 1 से 57 तक सभी सेक्टरों में स्मार्ट सिटी का काम होना था। 2017 में योजना बनाकर 2019 में इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। स्मार्ट सिटी के तहत बिजली निगम के आठ उपमंडल आइडीसी, मारुति, डीएलएफ, साउथ सिटी, न्यू कालोनी, पालम विहार, कादीपुर के क्षेत्र इस योजना में शामिल किए गए। 1400 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में शहर में बिजली की केबल अंडर ग्राउंड की जानी है। उसके लिए शहर में 12 सौ से 13 सौ किलोमीटर अंडर ग्राउंड बिजली की लाइनें बिछाई जाएगी। चार कंपनियों को दिया टेंडर
बिजली निगम ने इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए चार अलग-अलग कंपनियों को टेंडर दिया हुआ है। दो टेंडर टाटा पावर के पास है, जबकि एक टेंडर विद्या टेलीलिक्स के पास और एक टेंडर एलएंडटी के पास है। विद्या टेलीलिक्स के पास सबसे ज्यादा 166 फीडर का काम है। जबकि अन्य तीनों कंपनियों के पास 122- 122 फीडर है। 2019 में पूरे होने वाले इस प्रोजेक्ट में अभी तक 165 फीडर पर ही काम शुरू हो पाया है। जिसमें से 110 फीडर पूरे हो चुके हैं। बिजली निगम के अधिकारियों का दावा है कि अगले साल तक ही यह काम पूरा हो पाएगा।
स्मार्ट सिटी की तैयारियों का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को बिजली निगम के प्रबंधक निदेशक डा. बलकार सिंह आ रहे हैं। वे बिजली निगम अधिकारियों के साथ बैठक भी लेंगे। बैठक में बिजली निगम के निदेशक आरके सोढा भी मौजूद रहेंगे। इस बैठक में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के दिल्ली जोन के मुख्य अभियंता केसी अग्रवाल, स्मार्ट सिटी की मुख्य अभियंता विनीता सिंह, सर्कल-वन के अधीक्षण अभियंता मनोज यादव और सर्कल-टू के अभियंता जोगिदर सिंह हुड्डा के अलावा स्मार्ट सिटी के सभी अधिकारियों के भाग लेने की संभावना है। आधी-अधूरी तैयारियों के कारण स्मार्ट सिटी अधिकारियों के प्रबंधक निदेशक के दौरे को लेकर हाथ पैर फूले हुए हैं। बिजली निगम के अधिकारी बृहस्पतिवार पूरा दिन तैयारियों में जुटे रहे। स्मार्ट सिटी के अलावा आपरेशन के अधिकारी भी चितित हैं। प्रबंधक निदेशक बैठक में कब किस अधिकारी से किस मामले में सवाल दाग दें। अंडरग्राउंड लाइन बिछाने में कई तरह की दिक्कतें सामने आ जाती हैं। जिस समय प्रोजेक्ट तैयार किया गया था। उस समय यह नहीं पता था कि काम करते समय इतनी बाधाएं आएंगी। लाइन बिछाने के काम में काफी बाधा आने से काम की गति कम है इस प्रोजेक्ट को जल्द पूरा करने के लिए पूरी गंभीरता से काम किया जा रहा है।
विनीता सिंह, मुख्य अभियंता, स्मार्ट सिटी, बिजली निगम