स्कूल प्रांगण में पुस्तकालय का शुभारंभ

भोंडसी के शहीद सूबेदार कंवरपाल सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यामिक विद्यालय के प्रांगण में स्वामी विवेकानंद के नाम पर नव निर्मित प्री-पुस्तकालय का शुक्रवार को जिला उपायुक्त अमित खत्री ने शुभारंभ किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 03:44 PM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 01:58 AM (IST)
स्कूल प्रांगण में पुस्तकालय का शुभारंभ
स्कूल प्रांगण में पुस्तकालय का शुभारंभ

संवाद सहयोगी, सोहना

भोंडसी के शहीद सूबेदार कंवरपाल सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यामिक विद्यालय के प्रांगण में स्वामी विवेकानंद के नाम पर नव निर्मित प्री-पुस्तकालय का शुक्रवार को जिला उपायुक्त अमित खत्री ने शुभारंभ किया। इस अवसर पर उनके साथ जिला शिक्षा अधिकारी कैप्टन इंदू बोकन व एसडीएम डा. चिनार चहल मौजूद रहीं।

जिला उपायुक्त अमित खत्री ने कहा कि शिक्षा जीवन का आधार है। शिक्षा के बिना इंसान का जीवन नीरस है। शिक्षा का उजियारा जिस समाज व देश में होगा वह देश उन्नति के शिखर पर होगा। इसलिए सभी अभिभावक अपने बच्चों को बेहतर तालीम दिलाएं। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय की मदद से बच्चों को बेहतर पुस्तकें उपलब्ध हो पाएंगी।

पुस्तकालय का लाभ भोंडसी गांव के लोगों को ही नहीं बल्कि आसपास क्षेत्र के लोगों को भी मिलेगा। इस दौरान देश के लिए जान न्यौछावर करने वाले वीरों को याद किया । स्कूल के प्राचार्य श्यामवीर राघव ने पुस्तकालय बनने के लिए ग्रामवासियों के सहयोग की सराहना की। इस अवसर पर गांव की सरपंच दुर्गा देवी पूर्व सरपंच राजकपूर, राघव संजय राघव, चीफ बिशन सिंह, रामोतार सिंह, बदन सिंह, पूर्व ब्लाक समिति सदस्य राजेश राघव, मैनेजर अशोक राघव, जतनबीर राघव,राजन राघव, रामसिंह, सूबेदार सुरेंद्र, गूगन सिंह उपस्थित रहे।

शहीद सूबेदार कंवरपाल सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यामिक विद्यालय के प्राचार्य के कार्यालय की जगह 1952 में पुस्तकालय हुआ करता था। समय का बदलाव आया और पुस्तकालय का अस्तित्व मिटता चला गया। जहां पुस्तकालय था वहां पर प्राचार्य का कार्यालय बना हुआ है। वर्षों बाद एक बार फिर ग्रामवासियों को पुस्तकें पढ़ने का शौक जागा उन्होंने यहां पर फिर से पुस्तकालय बनवाया। ग्रामवासियों का कहना है कि अंग्रेजो के समय में भी यहां के लोग पुस्तकालय में पढ़ने आते थे। गांव के बुजुर्ग बिशन सिंह व बदन सिंह ने बताया कि यहां स्कूल के प्राचार्य के कार्यालय के सामने लगा शिलापट्ट दर्शाता है कि 1952 में भी यहां पुस्तकालय था। इसका शुभारंभ उन दिनों अंबाला डिवीजन के कमिश्नर एमएस रंधावा द्वारा किया गया था।

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