छुट्टियों में भरी जाएगी आनलाइन कक्षाओं से होना वाली लर्निंग लास की खाई

लगातार आनलाइन कक्षाएं होने के कारण विद्यार्थियों का लर्निंग लास काफी हुआ है। इसके बाद स्कूल शुरू हुए तो किसी तरह इस खाई को पाटने का प्रयास किया गया लेकिन फिर से प्रदूषण और अन्य कारणों से स्कूलों के अनियमित होने से विद्यार्थियों को विषयों को याद रखने में काफी नुकसान हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 08:37 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 08:37 PM (IST)
छुट्टियों में भरी जाएगी आनलाइन कक्षाओं 
से होना वाली लर्निंग लास की खाई
छुट्टियों में भरी जाएगी आनलाइन कक्षाओं से होना वाली लर्निंग लास की खाई

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: लगातार आनलाइन कक्षाएं होने के कारण विद्यार्थियों का लर्निंग लास काफी हुआ है। इसके बाद स्कूल शुरू हुए तो किसी तरह इस खाई को पाटने का प्रयास किया गया लेकिन फिर से प्रदूषण और अन्य कारणों से स्कूलों के अनियमित होने से विद्यार्थियों को विषयों को याद रखने में काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में छुट्टियों के दौरान रैमेडियल (उपचारात्मक) योजना तैयार की गई है। इसके तहत राज्य शैक्षिणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने शिक्षकों के लिए ओरियंटेशन कार्यक्रम का आयोजन आनलाइन मंच पर किया। इस कार्यक्रम में सभी जिलों के शिक्षक जुड़ रहे हैं।

दो दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन जेबीटी शिक्षकों को इस बारे में बताया गया। शिक्षकों से उनकी राय भी ली गई जिससे निकलकर आया कि सचमुच विद्यार्थियों की पढ़ाई का नुकसान हुआ है। इसी नुकसान की भरपाई के लिए अब शिक्षक आने वाली छुट्टियों के 15 दिनों में विद्यार्थियों को फिर से मूलभूत शिक्षण से जोड़ेंगे। इस दौरान उन्हें पाठ्यक्रम से इतर विद्यार्थियों को बेसिक चीजें सिखाने और समझाने का प्रयास करेंगे ताकि विद्यार्थी जिन चीजों को भूल गए हैं, उन्हें फिर से ग्रहण कर सकें।

इस दौरान शिक्षक विद्यार्थियों से लगातार संपर्क में रहेंगे। विद्यार्थियों को गतिविधि आधारित होमवर्क व वर्कशीट दी जाएगी। इस बारे में टेक्स्ट बुक एंड करिकुलम विभाग की हेड दीप्ति बोकन ने बताया कि दो दिवसीय एस कार्यक्रम में शिक्षकों की बहुत अच्छी प्रतिक्रियाएं आईं। दीप्ति बोकन ने बताया कि यूट्यूब के मंच पर 92 प्रतिशत शिक्षकों ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम होते रहने से शिक्षकों और विद्यार्थियों दोनों को सहायता मिलेगी। इस दौरान शिक्षकों से लर्निंग लास के बारे में भी पूछा गया जिसमें 50 प्रतिशत शिक्षकों ने कहा कि विद्यार्थी निश्चित रूप से पढ़ाई की मूलभूत चीजों को भूल रहे हैं। 20 प्रतिशत शिक्षकों का मत था कि हो सकता है कि इस दौरान विद्यार्थियों का लर्निंग लास हुआ हो। मंगलवार को दूसरे दिन अध्यापक इस ओरियंटेशन में जुड़ेंगे।

सोमवार को कार्यक्रम के दौरान एससीईआरटी के उपनिदेशक डा. सुनील बजाज, हिदी की विशेषज्ञ राजेश यादव, अंग्रेजी की विशेषज्ञ सोना यादव, पर्यावरण अध्ययन विशेषज्ञ पूनम यादव और गणित विषय के विशेषज्ञ सुनील कुमार शिक्षकों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। एससीईआरटी के निदेशक डा. ऋषि गोयल ने कहा कि इस योजना से विद्यार्थी भूली हुई बेसिक जानकारी फिर से प्राप्त कर पाएंगे।

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