योजनाओं के क्रियान्वयन में नहीं चलेगा ढुलमुल रवैया: उपायुक्त

उपायुक्त डा. यश गर्ग की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला स्तरीय समीक्षा एवं जिला परामर्श कमेटी की वर्चुअल बैठक हुई। विभिन्न सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर बैठक में चर्चा हुई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 06:22 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 06:22 PM (IST)
योजनाओं के क्रियान्वयन में नहीं 
चलेगा ढुलमुल रवैया: उपायुक्त
योजनाओं के क्रियान्वयन में नहीं चलेगा ढुलमुल रवैया: उपायुक्त

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: उपायुक्त डा. यश गर्ग की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला स्तरीय समीक्षा एवं जिला परामर्श कमेटी की वर्चुअल बैठक हुई। विभिन्न सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर बैठक में चर्चा हुई। इस दौरान उपायुक्त ने बैंक अधिकारियों से कहा कि योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने में किसी प्रकार का ढुलमुल रवैया सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बैंक अधिकारी इस मामले में अपने काम का तरीका बदलें। अब ऐसा नहीं चलेगा। वह अपने काम को गंभीरता से लें। काम में किसी प्रकार की लापरवाही करने वालों से जिला प्रशासन सख्ती से निपटेगा।

बैठक में बैंक अधिकारियों से प्रगति रिपोर्ट ली। इस दौरान मार्च, 2021 तक की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में अग्रणी जिला प्रबंधक प्रहलाद राय गोदारा ने बताया कि गुरुग्राम जिले का सीडी रेश्यो अपेक्षाकृत कम है। इस पर उपायुक्त ने बैंको को यह रेश्यो बढ़ाने का निर्देश दिया। इसमें कमी का कारण भी उन्होंने पूछा। उपायुक्त ने सभी सरकारी व गैर-सरकारी बैंकों से केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के तहत पात्र व्यक्तियों को जल्द से जल्द ऋण उपलब्ध कराने को कहा। जिन बैंकों में आवेदन लंबे समय से बकाया हैं उन्हें 30 जून तक निपटारा करने को कहा गया है।

वर्चुअल बैठक में केनरा बैंक की क्षेत्रीय प्रबंधक अराधना त्रिवेदी, आरबीआइ से एजीएम योगेश अग्रवाल, नाबार्ड से डीडीएम विनय कुमार त्रिपाठी, सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक सतीश कुमार अग्रवाल, पशुपालन विभाग की डिप्टी डायरेक्टर पुनीता गहलावत, रूडसेट के निदेशक संजय ढींगड़ा, डीआइसी से दिग्विजय सिंह सहित अन्य लोग शामिल रहे।

- 796 है जिले में बैंक शाखाओं की संख्या

- 1,97,531 करोड़ रुपये हो गई है मार्च, 2021 में जिले के बैंकों में जमा राशि। यह पिछले वर्ष की तुलना में 16.20 प्रतिशत अधिक है

- 3.26 प्रतिशत की वृद्धि हुई है बैंको से ऋण के तौर पर दी गई राशि में

- 8.69 प्रतिशत प्राथमिकता क्षेत्र , कृषि क्षेत्र 22.47 व एमएसएमई क्षेत्र के ऋण में 10.40 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

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