जल प्रहरी: बचा रहे पानी ताकि बची रहे जिंदगानी
बीते 12 वर्षो से काम कर रही संस्था की संस्थापक सदस्य लतिका ठुकराल ने जल संरक्षण के आधा दर्जन से अधिक बडे़ प्रोजेक्ट्स को कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी (सीएसआर) फंड की मदद से सिरे चढ़ाने का काम किया है।
गौरव सिगला, नया गुरुग्राम
आइएम गुड़गांव संस्था ने जल संरक्षण को लेकर शहर के जल निकायों का जीर्णोद्धार करने की दिशा में काफी मजबूती से काम किया है। बीते 12 वर्षो से काम कर रही संस्था की संस्थापक सदस्य लतिका ठुकराल ने जल संरक्षण के आधा दर्जन से अधिक बडे़ प्रोजेक्ट्स को कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी (सीएसआर) फंड की मदद से सिरे चढ़ाने का काम किया है। अरावली बायोडायवर्सिटी पार्क में लगातार चलाए गए पौधारोपण अभियान से जलसंरक्षण को बढ़ावा मिला है और पार्क में बरसाती पानी के संचय के लिए कई जगह छोटे-छोटे चेक डैम भी बनाए गए। वजीराबाद-चक्करपुर बंध को किया पुनर्जीवित
वजीराबाद-चक्करपुर बंध पर लगभग 5.2 किलोमीटर का ट्रैक विकसित किया और इसी ट्रैक के साथ-साथ बरसाती पानी को संचय करने के लिए बंध को दुरुस्त किया गया। इस ट्रैक को सेक्टर 27-28 की मुख्य ड्रेन से भी जोड़ा गया है ताकि पानी को संचय किया जा सके। बादशाहपुर बंध को किया विकसित
संस्था की तरफ से बादशाहपुर बंध को भी विकसित करने का काम किया गया है। यहां पर कई जगह बरसाती पानी का संग्रहण करने के लिए प्वाइंट भी बनाए गए हैं ताकि भू-जल का स्तर भी बढ़ सके। अभी लगभग दो किलोमीटर का ट्रैक विकसित किया जा चुका है। तीसरे किलोमीटर क्षेत्र में काम जारी है।
सिकंदरपुर नाले का किया जीर्णोद्धार
एमजी रोड के साथ सटे गांव सिकंदरपुर के पुराने नाले को भी पुनर्जीवित किया गया है। आस-पास की अरावली के वाटर चैनल्स को एक नीचे स्तर के प्वाइंट पर मिलाने का काम किया गया है ताकि बरसाती पानी का संग्रहण हो सके। इसके अलावा यहां पर बरसात के पानी और सीवरेज ट्रीटेड वाटर की मदद से तालाब विकसित किया गया है जिससे जलसंरक्षण को तो बढ़ावा मिलेगा साथ ही लोगों के घूमने-फिरने के लिए एक स्पाट विकसित किया गया है। खुशबू चौक के नजदीक विकसित किया पुराना तालाब
डीएलएफ फेज एक स्थित डी-ब्लॉक के पीछे व खुशबू चौक के नजदीक भी एक पुराने तालाब का जीर्णोद्धार का काम किया गया है। आस-पास से आने वाले बरसाती पानी को तालाब तक पहुंचाने के इंतजाम किए गए हैं। जल संरक्षण की दिशा में हमारी संस्था द्वारा सीएसआर फंड की मदद से कई बड़े और अहम प्रोजेक्ट्स पर काम किया गया है। हमारी संस्था बीते 12 साल से जिला प्रशासन एवं कारपोरेट कंपनियों की मदद से पुराने नालों व तालाब को पुनर्जीवित करने की दिशा में काम कर रही है।
लतिका ठुकराल, संस्थापक, आइएम गुड़गांव