औद्योगिक निवेश को हतोत्साहित कर रहा खेड़कीदौला टोल प्लाजा

खेड़कीदौला टोल प्लाजा औद्योगिक निवेश की राह का बड़ा रोड़ा बन गया है। यही कारण है कि तमाम संभावनाओं के बावजूद इस क्षेत्र में नए निवेश को लेकर किसी प्रकार की ठोस प्रगति नहीं हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 08:38 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 08:38 PM (IST)
औद्योगिक निवेश को हतोत्साहित कर रहा खेड़कीदौला टोल प्लाजा
औद्योगिक निवेश को हतोत्साहित कर रहा खेड़कीदौला टोल प्लाजा

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: खेड़कीदौला टोल प्लाजा औद्योगिक निवेश की राह का बड़ा रोड़ा बन गया है। यही कारण है कि तमाम संभावनाओं के बावजूद इस क्षेत्र में नए निवेश को लेकर किसी प्रकार की ठोस प्रगति नहीं हो रही है। इस क्षेत्र में औद्योगिक विकास और विस्तार के लिए इस टोल प्लाजा का हटना बहुत जरूरी है। उद्यमियों का कहना है कि टोल को हटाने की मांग लगातार की जा रही है इसके बावजूद सरकार इस दिशा में कोई कदम आगे नहीं बढ़ा रही है। मानेसर में औद्योगिक इकाइयों का संचालन करने वाले उद्यमियों का कहना है कि उनकी निवेशकों से बात होती है तो वह इस टोल प्लाजा के बारे में भी जरूर पूछते हैं। उद्यमियों ने केंद्र और प्रदेश सरकार से अपील किया है कि जितनी जल्दी हो इसे यहां से हटाया जाए।

आइएमटी मानेसर क्षेत्र के उद्यमी सत्यप्रकाश अग्रवाल का कहना है कि यदि खेड़कीदौला टोल प्लाजा के कारण उद्यमियों और आमजन को परेशानी होती है तो उसे हटाने में देरी नहीं की जानी चाहिए। यही नहीं औद्योगिक भविष्य को प्रभावित करने वाले इस टोल प्लाजा को हटाने को लेकर देश और प्रदेश की सरकार को त्वरित प्रयास करना चाहिए। यदि यह टोल हटा नहीं तो इससे मानेसर क्षेत्र में नए उद्योग आने की संभावनाएं काफी कम रहेंगी। उद्यमी नरेंद्र उपाध्याय का कहना है कि खेड़कीदौला टोल प्लाजा जब से स्थापित हुआ है तब से जाम की समस्या है। इससे निजात दिलाने के लिए फास्टैग की व्यवस्था की गई है। इससे जाम से छुटकारा मिलने की बजाय इसकी समस्या और बढ़ गई है।

उद्यमी रोहित सेतिया का कहना है कि उनकी एक इकाई उद्योग विहार में और दूसरी मानेसर में है। एक स्थान से दूसरे स्थाना पर आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में खेड़कीदौला टोल प्लाजा के कारण काफी परेशानी आती है। सुबह-शाम इस टोल पर तो जाम काफी परेशान करता है। फास्टैग से भी कोई राहत नहीं मिली उलटे जाम की समस्या और बढ़ गई है। खेड़कीदौला टोल प्लाजा ने उद्योग जगत का भारी नुकसान किया है और यह प्रक्रिया लगातार जारी है। इसे हटाने को लेकर सरकार द्वारा लंबे समय से टालमटोल किया जा रहा है। यह आइएमटी मानेसर में नए निवेश की राह का सबसे बड़ा रोड़ा है। इसे तुरंत हटाए जाने की जरूरत है। ऐसा नहीं हुआ तो मानेसर में औद्योगिक विस्तार नहीं हो पाएगा।

दिनेश अग्रवाल, प्रबंध निदेशक, क्यूसीडी इंजीनियरिग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड

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