करवाचौथ: परंपरागत तरीके से पूजा कर मनाया करवा चौथ
करवाचौथ के अवसर पर घरों से लेकर बाजारों तक रौनक देखने को मिली।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: करवाचौथ के अवसर पर घरों से लेकर बाजारों तक रौनक देखने को मिली। शहर में कई जगहों पर करवाचौथ को लेकर आयोजन हुए। पूजा-पाठ के लिए मंदिरों, घरों व पार्को में महिलाएं इकट्ठा हुई। पति का लंबी उम्र के लिए रखे जाने वाले इस व्रत में दिन भर से भूखी प्यासी महिलाओं ने शाम को चार बजे के करीब पार्को व अन्य स्थलों पर इकट्ठा होकर थाली फेरने की रस्म की। इस दौरान मंदिरों में भी काफी भीड़ देखने को मिली। इस दौरान करवाचौथ की कथा की गई। सरगी से हुई व्रत की शुरुआत
करवाचौथ के व्रत की शुरुआत सरगी ग्रहण करने से हुई। सरगी में विभिन्न पारंपरिक चीजों के साथ-साथ रेडीमेड चीजों जैसे जूस, स्प्राउट आदि को शामिल किया। इस बार मोबाइल ऐप के जरिए महिलाओं ने एक दूसरे को सरगी के टिप्स भी दिए। परंपरा के अनुसार अल्ल सुबह तारे छिपने से पहले महिलाएं सरगी खाती हैं। यह सरगी अमूमन सास की तरफ से दी जाती है जिसमें मिठाई से लेकर मेवे व दूध, फीनियां और मठरी रहती है। बाजारों से लेकर पार्लरों में बनी रही रौनक
करवाचौथ के दिन सुबह से बाजारों और पार्लरों में महिलाएं नजर आईं। मेहंदी लगाने वालों और मेकअप की दुकानों पर काफी संख्या में महिलाएं नजर आईं। मेहंदी लगाने वाले रमेश ने बताया कि महिलाओं ने नॉर्मल मेहंदी से लेकर साजन-सजनी तक के चित्र बनावाए तो कहीं राधा-कृष्ण के चित्रों से मेहंदी को अलग रूप दिया। पार्लरों में भी महिलाओं की खासा भीड़ रही।
दोपहर की पूजा की
चांद से पहले महिलाओं द्वारा दोपहर की पूजा की जाती है। इस दौरान महिलाएं एकत्रित होकर करवाचौथ की कथा में हिस्सा लेती हैं। शहर में पार्कों और घरों में महिलाओं ने एकत्रित होकर पूजा की। बड़े गोल घेरे में बैठकर महिलाओं ने करवाचौथ व्रत की कथा सुनी और थाली फिराने की प्रथा के तहत परंपरागत तरीके से पूजा की। इस दौरान महिलाओं में सेल्फी को लेकर भी काफी क्रेज देखने को मिला। सेल्फी लेकर महिलाओं ने सोशल मीडिया पर भी अपलोड की। इसके बाद बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेकर दोपहर की पूजा पूरी की।