नवरात्र में भी तेजी पर हैं प्याज के भाव

आमजन को लग रहा था कि सर्दी की दस्तक के साथ ही उन्हें सस्ती सब्जियां मंडियों में मिलने लगेंगी। मगर ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा है। टमाटर और प्याज के भाव तो कम होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 03:12 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 03:12 PM (IST)
नवरात्र में भी तेजी पर हैं प्याज के भाव
नवरात्र में भी तेजी पर हैं प्याज के भाव

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: आमजन को लग रहा था कि सर्दी की दस्तक के साथ ही उन्हें सस्ती सब्जियां मंडियों में मिलने लगेंगी। मगर ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा है। टमाटर और प्याज के भाव तो कम होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। वहीं आलू भी 40 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव से नीचे नहीं उतरना चाह रहा है। वहीं कुछ अन्य सब्जियां भी आंख दिखाने से बाज नहीं आ रही हैं।

शहर की विभिन्न मंडियों में अच्छे किस्म का प्याज 70 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव मिल रहा है। वहीं टमाटर के भाव भी 60 रुपये प्रति किलोग्राम पर मजबूती से टिके हुए हैं। इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। गुरुद्वारा रोड स्थित सब्जी मंडी में खरीदारी के लिए पहुंचे शिवाजी नगर की दिव्या बाजवा बताती हैं कि पहले नवरात्र में प्याज और लहसुन के भाव नीचे आ जाते हैं इस बार तो इसमें आग लगी हुई है, जहां अच्छे किस्म के प्याज के 60-70 रुपये किलोग्राम के भाव हैं वहीं थोड़ी निचले दर्जे के प्याज भी 50 से कम नहीं हैं। यही कारण है कि एक किलो के स्थान पर एक पाव टमाटर से काम चलाना पड़ रहा है।

सब्जियों के थोक व्यापारियों का कहना है कि उन्हें दिल्ली के आजादपुर मंडी से ही प्याज और टमाटर ऊंचे दाम पर मिल रहे हैं तो खुदरा में उनकी कीमत अधिक होगी ही। इनका कहना है कि पीछे से ही इनकी आवक कम है। झाड़सा सब्जी मंडी व्यापारी राकेश बताते हैं कि कई ग्राहक ऐसे आते हैं जो प्याज और टमाटर के भाव के सुनकर आगे बढ़ जाते हैं। कुछ ग्राहक ऐसे हैं जो देर शाम सब्जियों की खरीद के लिए मंडी में जाते हैं। इनका कहना है कि उस समय सब्जियों के भाव में कुछ कमी हो जाती है।

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