सिर्फ 24 घंटे बिजली आपूर्ति ही जनरेटर का विकल्प

पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) के आदेशानुसार गुरुग्राम में बृहस्पतिवार से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू हो जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Oct 2020 07:04 PM (IST) Updated:Sun, 11 Oct 2020 07:04 PM (IST)
सिर्फ 24 घंटे बिजली आपूर्ति 
ही जनरेटर का विकल्प
सिर्फ 24 घंटे बिजली आपूर्ति ही जनरेटर का विकल्प

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) के आदेशानुसार गुरुग्राम में बृहस्पतिवार से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू हो जाएगा। इसे लेकर यहां के उद्यमी बड़ी दुविधा में हैं। उनका कहना है कि ग्रेप लागू होते ही औद्योगिक इकाइयों की शत प्रतिशत निर्भरता दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) पर हो जाएगी। क्योंकि वह डीजल जनरेटर नहीं चला पाएंगे। ऐसे में यदि उद्योगों को ठीक से बिजली नहीं मिली तो औद्योगिक हालात खराब होंगे। उद्यमियों के पास डीजल जनरेटर का एकमात्र विकल्प 24 घंटे गुणवत्तापूर्ण बिजली की आपूर्ति है, जिसका अभी बड़ा अभाव है।

उद्यमियों का कहना है कि अभी वह बिजली कटने या पावर लाइन में किसी प्रकार की खामी आने के बाद वह डीजल जनरेटर चला अपना काम कर लेते हैं। ग्रेप लागू होने के बाद वह जनरेटर नहीं चला पाएंगे। यह स्थिति औद्योगिक ²ष्टि से काफी हानिकारक होगी। गुरुग्राम के बड़े औद्योगिक हब आइएमटी मानेसर, उद्योग विहार, सेक्टर-37, दौलताबाद, कादीपुर, बसई रोड और बिनौला में बिजली का बड़ा संकट है। उद्यमी हरीश वत्स का कहना है कि जैसे-जैसे ग्रेप के दिन नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे बिजली आपूर्ति सुधरने के बजाय और बिगड़ रही है।

रविवार को मानेसर के सेक्टर-6 और आठ में बिजली की अघोषित कटौती रही। उद्यमियों का कहना है कि इस दिन अधिकतर औद्योगिक इकाइयों में छुट्टी रहती है। इसके बावजूद बिजली का कटना ठीक नहीं है। एक उद्यमी ने बताया कि बिजली कटौती का कारण जब बिजली निगम के अधिकारियों से पूछा गया तो वहां से जवाब मिला कि बिजली के तारों के आसपास के पेड़ों के टहनियों की कटाई का कार्य चलने के कारण कुछ देर के लिए बिजली काटी गई है। उद्यमी डीजल जनरेटर चलाने के पक्ष में नहीं हैं। जब बिजली नहीं होती है तो औद्योगिक इकाइयों में कामकाज को जारी रखने के लिए इसका इस्तेमाल करना पड़ता है। यदि ग्रेप लागू होने के बाद 24 घंटे बिजली आपूर्ति नहीं की गई और जनरेटर भी नहीं चलाने दिया गया तो कोविड-19 संकटकाल में औद्योगिक कामकाज पर बुरा असर पड़ेगा।

अशोक कोहली, अध्यक्ष, चैंबर आफ इंडस्ट्रीज आफ उद्योग विहार

chat bot
आपका साथी