नई औद्योगिक नीति के इंतजार में उद्योग जगत
द्योग जगत को नई औद्योगिक नीति का बेसब्री से इंतजार है। उद्यमियों का कहना है कि वह अपनी भविष्य की रणनीति इस नीति की घोषणा के बाद तैयार करेंगे।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: उद्योग जगत को नई औद्योगिक नीति का बेसब्री से इंतजार है। उद्यमियों का कहना है कि वह अपनी भविष्य की रणनीति इस नीति की घोषणा के बाद तैयार करेंगे। बता दें कि प्रदेश सरकार ने अपनी नई औद्योगिक नीति को 15 अगस्त तक लागू करने की बात कही थी। मगर अभी तक ऐसा नहीं हो सका है।
गुरुग्राम ऑटोमोबाइल, कपड़ा, इंजीनियरिग, लेदर और फर्नीचर उद्योग का हब है। यहां इन क्षेत्रों की औद्योगिक इकाइयों को लंबे समय से कई बुनियादी सुविधाओं के अभाव से जूझना पड़ रहा है। यही कारण है कि औद्योगिक एसोसिएशनों ने उद्योग नीति तैयार करने के लिए प्रदेश सरकार को सुझाव भी दिए हैं। उद्यमियों का कहना है कि उन्हें भरोसा है कि सरकार उनके सुझावों को गंभीरता से लेगी।
हरियाणा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के चेयरमैन किशन कपूर का कहना है कि सरकार को जल्द से जल्द उद्योग नीति को लागू कर देना चाहिए। ऐसा होगा तो उद्यमी संकट काल में यह तय कर पाएंगे कि उन्हें किस दिशा में आगे बढ़ना है।
विभिन्न औद्योगिक संगठनों की ओर से दिए गए सुझावों में बुनियादी सुविधाओं पर सबसे अधिक बल दिया गया है। वहीं कारोबारी सहूलियत के लिए एकल खिड़की व्यवस्थ को दुरुस्त करने को लेकर भी सरकार को भरपूर सुझाव दिए गए हैं। कई उद्यमियों ने सीएलयू के नियम के सरलीकरण की मांग भी की है। उद्योग विहार इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिमेश सक्सेना का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण उद्योगों के लिए बड़ा संकट खड़ा हुआ है। माइक्रो, स्माल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज (एमएसएमइ) के लिए कोरोना काल बहुत बड़ा संकट लेकर आया है। ऐसे में उद्योग नीति जल्द से जल्द घोषित हो जाए तो एमएसएमई को भी अपनी आगामी रणनीति तैयार करने में मदद मिलेगी।