प्रदेश के हर जिले में बनाए जाने चाहिए एमएसएमई सेंटर
प्रदेश के सभी जिलों में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने की दिशा में राज्य सरकार को प्रयास करना चाहिए। ऐसा होगा तो ही युवाओं के लिए अधिक से अधिक रोजगार के अवसरों का भी सृजन हो सकेगा।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: प्रदेश के सभी जिलों में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने की दिशा में राज्य सरकार को प्रयास करना चाहिए। ऐसा होगा तो ही युवाओं के लिए अधिक से अधिक रोजगार के अवसरों का भी सृजन हो सकेगा। उद्यमियों का कहना है कि प्रदेश के सभी जिलों में गुरुग्राम की तर्ज पर एमएसएमई सेंटर स्थापित किए जाएं, जिससे कि माइक्रो, स्माल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज (एमएसएमई) को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जा सके। ऐसा होता है तो प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
साइबर सिटी के उद्यमियों का कहना है कि एमएसएमई देश का सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता है। इसकी मजबूती के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए। हरियाणा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के चेयरमैन किशन कपूर का कहना है कि प्रदेश के सभी जिलों में औद्योगीकरण को बढ़ाने की दिशा में कदम उठाने चाहिए। गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी व पानीपत जिले औद्योगिक रूप से समृद्ध हैं। ऐसे ही अन्य सभी जिलों में भी औद्योगिक इकाइयों को स्थापित किया जाना चाहिए। देश-विदेश के निवेशकों को यहां निवेश के लिए आकर्षित करना चाहिए। उद्यमी दिनेश अग्रवाल का कहना है कि प्रदेश के सभी जिलों में औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर किया जाए। जिन जिलों में उद्योग नहीं हैं वहां पर औद्योगिक इकाइयों को स्थापित करने के लिए ठोस योजना बनाई जाए।
प्रदेश सरकार द्वारा स्थानीय युवाओं को औद्योगिक इकाइयों सहित अन्य निजी प्रतिष्ठानों की कुल उपलब्ध नौकरियों में 75 प्रतिशत का आरक्षण देने का कानून बनाया है। उद्यमियों का कहना है कि अगर सभी जिलों में औद्योगीकरण को बढ़ावा दिया जाए तो इस प्रकार के काूनन की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। उन्हें घर के पास ही नौकरियां उपलब्ध हो जाएंगी।
प्रदेश सरकार को चाहिए कि वह राज्य के सभी जिलों के औद्योगीकरण पर विशेष ध्यान दे। इसके लिए गुरुग्राम की तरह हर जिले में एमएसएमई सेंटर स्थापित करे, जिससे नई स्थापित होने वाली इकाइयों के लिए यह सेंटर सहयोगी बन सके।
- दीपक मैनी, महासचिव, फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री, हरियाणा