जिला प्रशासन ने दी सलाह, साइबर धोखाधड़ी से रहें सावधान
उपायुक्त डा. यश गर्ग ने जिलावासियों से अपील की है कि वह वाट्सएप ई-मेल व मोबाइल एसएमएस के जरिए आने वाले लिक से सावधान रहें। वह फर्जी हो सकता है। इस पर क्लिक करने से वह साइबर ठगी के शिकार हो सकते हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: जिले में साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों से जिला प्रशासन चितित है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है। उपायुक्त डा. यश गर्ग ने जिलावासियों से अपील की है कि वह वाट्सएप, ई-मेल व मोबाइल एसएमएस के जरिए आने वाले लिक से सावधान रहें। वह फर्जी हो सकता है। इस पर क्लिक करने से वह साइबर ठगी के शिकार हो सकते हैं।
एडवाइजरी में लोगों से अनुरोध किया गया है कि इंटरनेट मीडिया पर आने वाले किसी संदिग्ध लिक पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा नहीं करें। ऐसा करना उन्हें ठगी का शिकार बना सकता है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी का लाभ उठाते हुए साइबर ठग लोगों के बैंक खातों से पैसे निकाल ले रहे हैं। कोविड-19 के नाम से आए किसी आनलाइन संदेश को खोलने से बचें। ऐसे साइबर अपराधी नकली यूपीआइ आइडी के माध्यम से डोनेशन की बात कह कर लोगों से धोखाधड़ी कर रहे हैं। इसी प्रकार से कई बार आपदा प्रबंधन का फर्जी बैंक खाता साइबर संसार में डालकर उसमें पैसे जमा करवाने के लिए कहते हैं। इस प्रकार की ठगी से बचने के लिए किसी भी गैर-सत्यापित खाते में रुपये जमा न कराएं।
उपायुक्त ने बताया कि साइबर ठगी के अन्य तरीकों में फर्जी आनलाइन शापिग साइट बनाकर ज्यादा डिस्काउंट पर फेस मास्क, सैनिटाइजर सहित अन्य सामान बेचने के नाम पर धोखाधड़ी हो रही है। सरकारी वेबसाइट से मिलते-जुलते पेज बनाकर धोखाधड़ी करना, डब्ल्यूएचओ कर्मी बताकर लोगों को काल करना व कोरोना संक्रमण किट उपलब्ध कराना व होम डिलीवरी के नाम पर ओटीपी मांग कर धोखाधड़ी करना शामिल है।