डिस्पेंसरी साइट पर अवैध रूप से चल रही खेल अकादमी सील

हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की इंफोर्समेंट टीम ने सनसिटी में डिस्पेंसरी की साइट पर अवैध रूप से चल रही खेल अकेडमी को बृहस्पतिवार शाम सील कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Jun 2020 07:08 PM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 07:08 PM (IST)
डिस्पेंसरी साइट पर अवैध रूप से 
चल रही खेल अकादमी सील
डिस्पेंसरी साइट पर अवैध रूप से चल रही खेल अकादमी सील

संवाद सहयोगी नया गुरुग्राम: हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की इंफोर्समेंट टीम ने सनसिटी में डिस्पेंसरी की साइट पर अवैध रूप से चल रही खेल अकेडमी को बृहस्पतिवार शाम सील कर दिया। यहां पर 2005 में डिस्पेंसरी का निर्माण हुआ था लेकिन आज तक इसे चालू नहीं किया गया था। बुधवार को सनसिटी रेजीडेंट्स ने डिस्पेंसरी चालू करने के लिए विभागीय अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा था।

विभाग के एसडीई सर्वे से मिली जानकारी के अनुसार सनसिटी रेजीडेंट्स वेलफेयर फोरम के पदाधिकारी वीएमके सिंह, जगजोत नागरा, दीपक हंस की तरफ से ज्ञापन मिला था कि 2005 में सनसिटी कालोनी में लगभग 2 एकड़ में डिस्पेंसरी का निर्माण हुआ था, लेकिन आज तक रेजीडेंट्स को उसका कोई लाभ नहीं मिला।

ज्ञापन मिलने पर इंफोर्समेंट टीम ने सर्वे किया तो पता चला कि मौके पर बीते 3-4 सालों से अवैध रूप से खेल अकेडमी चलाई जा रही थी। इस एकेडमी में बच्चों को लॉन टेनिस, फुटबाल, बास्केट बॉल, स्केटिग, जूडो-कराटे व क्रिकेट का प्रशिक्षण दिया जाता था और इसके नाम पर मासिक तर्ज पर मोटी फीस भी वसूली जाती थी।

हैरत की बात यह है कि बीते 3-4 साल से यह खेल चल रहा है और विभाग की साइट पर अवैध रूप से अकेडमी खोल लाखों रुपये कमाए जा रहे है। बताया जा रहा है कि सनसिटी आरडब्ल्यूए ने भी वित्तीय वर्ष के बजट 2019-20 में खेल हेड से 8000 रुपये मासिक आय प्रस्तावित की हुई है। नाम न छापने की शर्त पर एक अभिभावक ने बताया कि मेरे बच्चे के खेल प्रशिक्षण के नाम पर महीने के 3500 रुपये लिए जाते थे। साइट पर डिस्पेंसरी चालू करने के लिए रेजीडेंटस की तरफ से पत्र मिला था, विभाग की टीम ने सर्वे किया तो पता चला कि मौके पर अवैध रूप से खेल अकेडमी चलाई जा रही है। टीम ने मौके पर ही इसे सील कर दिया और मामले की जांच-पड़ताल चल रही है।

एचएस जाखड़, एसडीई सर्वे, एचएसवीपी मामला संज्ञान में आया है। इसे लेकर एसडीओ को जांच के आदेश दिए गए है, इसमें जिसकी भी संलिप्पता पाई जाएगी उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

विवेक कालिया, संपदा अधिकारी-2, एचएसवीपी

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