तेरह दिसंबर को सरकारी डाक्टर करेंगे हड़ताल, ओपीडी सेवाएं रहेंगी बंद

आखिरकार हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन (एचसीएमएस) के डाक्टरों ने हड़ताल पर जाने का निर्णय ले लिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 07:25 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 07:25 PM (IST)
तेरह दिसंबर को सरकारी डाक्टर करेंगे हड़ताल, ओपीडी सेवाएं रहेंगी बंद
तेरह दिसंबर को सरकारी डाक्टर करेंगे हड़ताल, ओपीडी सेवाएं रहेंगी बंद

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम :आखिरकार हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन (एचसीएमएस) के डाक्टरों ने हड़ताल पर जाने का निर्णय ले लिया। 13 दिसंबर सोमवार को जिला अस्पताल समेत सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर डाक्टर हड़ताल पर रहेंगे। कहीं पर मरीजों को ओपीडी में इलाज नहीं दिया जाएगा। एसोसिएशन के जिला प्रधान डा. केशव शर्मा ने कहा कि सरकार के समक्ष हम अपनी बात रख चुके हैं और कोई सुनवाई नहीं है। इस लिए निर्णय लिया गया है कि सोमवार को सिर्फ ओपीडी सेवाएं बंद रखी जाएंगी। अगर सोमवार को हड़ताल के बाद हमारी मांग नहीं मानी जाती है तो अगले दिन 14 दिसंबर को सभी स्वास्थ्य सेवाएं बंद रखी जाएंगी। मंगलवार को ओपीडी के साथ इमरजेंसी, गायनी वार्ड और पोस्टमार्टम सेवाएं भी बंद कर दी जाएंगी। वहीं

एचसीएमएस के प्रदेश उपाध्यक्ष डा. एमपी सिंह का कहना है कि सरकार सीधे बाहर से 116 विशेषज्ञ डाक्टर एसएमओ भर्ती करने का फैसला कर रही है। जबकि स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत डाक्टर अपने प्रमोशन का इंतजार कर रहे हैं और ऐसे साढ़े तीन सौ के करीब डाक्टर हैं। उनमें बड़ी संख्या में विशेषज्ञ शामिल हैं और सभी की सर्विस 15 से 20 वर्ष की हो चुकी है, जो प्रमोशन का इंतजार कर रहे हैं। इसी के साथ सरकार से पुरानी मांग है कि प्रदेश में विशेषज्ञ डाक्टरों के लिए स्पेशल कैडर बनाया जाए। ताकि प्रदेश में विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी को पूरा किया जा सके। इसके अलावा डाक्टरों की मांग है कि पीजी पालिसी में स्वास्थ्य विभाग में सेवाएं दे रहे डाक्टरों को 40 प्रतिशत आरक्षण दिया जाए। इससे प्रदेश को ही लाभ मिलेगा। डाक्टर पीजी करने के बाद स्वास्थ्य विभाग में ही कार्यरत रहेगा लेकिन कोई मांग नहीं मानी जा रही। जबकि सुप्रीम कोर्ट कह चुका है कि पीजी डिग्री पालिसी में प्रदेश सरकार ने निर्णय लेना है। प्रदेश में पहले यह पालिसी लागू थी और इससे स्वास्थ्य विभाग को विशेषज्ञ डाक्टर मिलते रहते थे।

chat bot
आपका साथी