चार साल बाद फिर बढ़ने लगा डेंगू मच्छर का कहर

लगातार दो सर्दियों में कोरोना महामारी के कहर के बीच डेंगू मच्छरों का डर सताने लगा है। चार साल के अंतराल के बाद शहर में एक बार फिर डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इस सीजन में 43 मरीज मिल चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 05:49 PM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 05:49 PM (IST)
चार साल बाद फिर बढ़ने लगा डेंगू मच्छर का कहर
चार साल बाद फिर बढ़ने लगा डेंगू मच्छर का कहर

लगातार दो सर्दियों में कोरोना महामारी के कहर के बीच डेंगू मच्छरों का डर सताने लगा है। चार साल के अंतराल के बाद शहर में एक बार फिर डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इस सीजन में 43 मरीज मिल चुके हैं। डाक्टरों का कहना है कि अक्टूबर माह में डेंगू मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ेगी, क्योंकि बुखार से ग्रस्त मरीज बहुत आ रहे हैं और मच्छरों के काटने के कारण बुखार से ग्रस्त हो रहे हैं। अच्छी बात यह है कि मरीज समय पर इलाज ले रहे हैं तो गंभीर रूप से बीमार होने से बच रहे हैं। उनके प्लेटलेट्स कम नहीं हो रहे हैं। वर्ष 2017 में जिले में 66 डेंगू ग्रस्त मरीज मिले थे। 2018 में 93, 2019 में 21 व 2020 में 54 मरीज मिले थे। इतने मरीज पूरे सीजन में मिले थे और इस वर्ष अभी तक 43 मरीज मिल चुके हैं। डेंगू का सबसे अधिक खतरा अक्टूबर माह में रहता है।

कुछ वर्षों से शहर में मलेरिया मच्छरों से राहत है। इस वर्ष डेंगू मरीज अधिक मिल रहे हैं तो मलेरिया मरीजों की संख्या पांच ही है। स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों का कहना है कि बारिश के कारण जहां जहां पर पानी भरा हुआ है ओर वहां गंदे पानी में मलेरिया मच्छर पैदा होने का खतरा रहता है। वहां पर मच्छर पैदा न हो, इसके लिए काला तेल डाला जा रहा है। इससे मच्छर पैदा नहीं हो पाएंगे।

----- वर्ष -डेंगू मरीज -मौत- डेंगू जांच

2011 -160 -7 - 12000

2012 -145- 9 - 13054

2013 -205 -12 - 16067

2014 - 186 -11 - 10657

2015 -451- 01 - 12003

2016 - 471- 01 - 13678

2017 - 66 -00 - 7076

2018 - 93 -01 - 8755

2019 - 21 -00 - 5087

2020 - 54- 00 - 3056

2021 - 43 -00 - 7065 मलेरिया स्थिति वर्ष वाइज :

2010 - 137

2011 - 544

2012 - 599

2013 - 212

2014 - 80

2015 -67

2016 - 38

2017 - 56

2018 - 78

2019 - 56

2020 - 14

2021 - 05

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डेंगू लार्वा मिलने पर नोटिस ::

वर्ष - मकान मालिकों को नोटिस दिए

2011 - 765

2012 - 546

2013 - 654

2014 - 769

2015 - 7652

2016 - 5087

2017 - 8363

2018 - 1062

2019 - 10210

2020 - 12654

2021 - 1067

---- यहां पर मच्छर पैदा का खतरा अधिक:

गांव वजीराबाद, पालम विहार, बसई, कन्हैई कालोनी, सिरहौल गांव, सेक्टर 12 ए, सेक्टर 39, सेक्टर 21 ए, सेक्टर 47, धर्म कालोनी, सेक्टर 12, उद्योग विहार फेज 1, गांव झाड़सा शामिल है। यहां पर अधिक ध्यान दिया जाएगा। कहां कितने मरीज हैं भर्ती:

जिला अस्पताल में मेडिसिन व डेंगू वार्ड में 30 के करीब मरीज भर्ती है। यह सभी मरीज डेंगू के लक्षणों के करण भर्ती है। अस्पतालों में बेड संख्या ::

जिला अस्पताल 40 बेड, सोहना अस्पताल 05, पीएचसी भोड़ाकलां 05, पटौदी अस्पताल 05, हेली मंडी अस्पताल 05, फर्रुखनगर 05।

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शहर में जहां जहां डेंगू मच्छर पैदा होने का खतरा है उन स्थानों की पहचान की गई है। जहां मरीज मिल रहे हैं वहां घरों में जांच व जागरूकता पर जोर देने के साथ फागिग कराई जा रही है। 15 अक्टूबर तक जिले के सभी गांवों में फागिग मशीन दे दी जाएगी, ताकि गांवों में डेंगू-मलेरिया मच्छर पैदा न हो पाए।

डा. विरेंद्र यादव, सिविल सर्जन

---- प्रस्तुति: अनिल भारद्वाज

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