स्ट्रोक के मरीज के लिए हर मिनट बेहद महत्वपूर्ण

बुधवार को प्रेसवार्ता में आर्टिमिस अस्पताल के न्यूरो विशेषज्ञ डा. विपुल गुप्ता डा. राजश्रीनिवास पार्थ सारथी ने कहा कि ब्रेन स्ट्रोक मृत्यु का दूसरा बड़ा और यह अपंगता का प्रमुख कारण माना जाता है। स्ट्रोक आने के बाद मरीज के लिए हर मिनट बेहद महत्वपूर्ण है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 05:46 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 06:18 PM (IST)
स्ट्रोक के मरीज के लिए हर मिनट बेहद महत्वपूर्ण
स्ट्रोक के मरीज के लिए हर मिनट बेहद महत्वपूर्ण

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: स्ट्रोक का मरीज डाक्टर के पास समय पर पहुंचता है तो इलाज बेहतर होगा और जल्द स्वस्थ होगा। स्ट्रोक को आने से रोका भी जा सकता है और इलाज भी अच्छा होता है। बुधवार को प्रेसवार्ता में आर्टिमिस अस्पताल के न्यूरो विशेषज्ञ डा. विपुल गुप्ता, डा. राजश्रीनिवास पार्थ सारथी ने कहा कि ब्रेन स्ट्रोक मृत्यु का दूसरा बड़ा और यह अपंगता का प्रमुख कारण माना जाता है।

स्ट्रोक आने के बाद मरीज के लिए हर मिनट बेहद महत्वपूर्ण है। स्ट्रोक से मरीज की हर मिनट में 20 लाख कोशिकाओं की क्षति होती है। इस लिहाज से स्ट्रोक के मरीज को जितना जल्द हो सके, डाक्टर के पास पहुंचा देना चाहिए। डाक्टरों ने कहा कि एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में हर 40 मिनट में एक व्यक्ति स्ट्रोक से ग्रस्त हो जाता है और हर चार मिनट पर एक व्यक्ति की स्ट्रोक से मौत हो जाती है। स्ट्रोक 70-80 प्रतिशत बीपी, मधुमेह, कोलेस्ट्राल अधिक होने पर ध्यान देने की जरूरत है। रोजाना व्यायाम करना चाहिए और शराब, धूमपान का सेवन नहीं करना है। स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम करना चाहिए : डा. विरेंद्र

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को सेक्टर 39 स्थित सिविल सर्जन कार्यालय में बीमारियों को लेकर जागरूकता कार्यक्रम किया। इस मौके पर कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग,स्ट्रोक बीमारी के संबंध में जागरूक किया। सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव ने बताया कि कैंसर या अन्य बीमारियों से बचाव के लिए खान-पान पर ध्यान देना होगा। स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम करना बहुत जरूरी है। हर रोज कम से कम आधा घंटा व्यायाम करना चाहिए। डा. विरेंद्र यादव ने कहा कि कैंसर बीमारी का अगर समय पर इलाज लिया जाए तो बचाव व इलाज है। इस मौके पर उप सिविल सर्जन डा. प्रदीप कुमार, डा. एमपी सिंह, डा. जेपी राजलीवाल, डा. अनुज गर्ग, डा. ईशा नागर और अन्य डाक्टर व स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे।

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