डाक्टर की सलाह: भाप से फेफड़ों को राहत मिलती है, जमा बलगम भी होता है साफ
स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त वरिष्ठ फिजिशियन डाक्टर अनुज बिश्नोई का कहना है कि हम मरीजों को भाप अधिक दे रहे हैं। भाप देने से फेफड़ों को राहत मिलती है व जमा बलगम भी साफ होता है। बार-बार भाप देने से सांस लेने की नली साफ हो जाती है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: कोरोना संक्रमण होने पर मरीज को सबसे अधिक भाप देना है। इससे मरीज को अधिक व जल्द लाभ मिलेगा। स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त वरिष्ठ फिजिशियन डाक्टर अनुज बिश्नोई का कहना है कि हम मरीजों को भाप अधिक दे रहे हैं। भाप देने से फेफड़ों को राहत मिलती है व जमा बलगम भी साफ होता है। बार-बार भाप देने से सांस लेने की नली साफ हो जाती है। इससे मरीज को सांस लेने में आराम मिलता है। मरीज में आक्सीजन का स्तर जल्द कम नहीं होगा। मरीज को हर घंटे पांच-पांच मिनट में भाप देते रहें।
डाक्टर बिश्नोई ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीज को बुखार अधिक होना चिता का विषय है, लेकिन उससे अधिक चिता का विषय है कि कहीं मरीज का आक्सीजन स्तर गिर तो नहीं रहा है। मरीजों में आक्सीजन स्तर तेजी से गिरने की शिकायत मिल रही है और यह मरीज के गंभीर है। होम आइसोलेशन में इलाज ले रहे मरीज भाप लेते रहें। अगर मरीज को बुखार नहीं है तो चार घंटे में आक्सीजन स्तर माप लें और अगर बुखार तेज है तो मरीज का आक्सीजन स्तर हर दो घंटे में मापते रहें। कोरोना के लक्षण ::
- उल्टी आना
- पेट दर्द होना
- दस्त लगना
- सुस्ती रहना
- बदन दर्द होना
- शरीर में थकान होना
- शरीर में कमजोरी होना
- खुजली
- त्वचा पर धब्बे से आना
- सब्जी व रोटी के खाने में स्वाद व गंध न पता चलना
- आंख में संक्रमण
- बुखार आना
- सांस लेने में दिक्कत
- सीने में दर्द, सिरदर्द
- गले में खराश या गला दुखना, कुछ खाने पर गले में दर्द होना