बर्ड फ्लू संक्रमण के कारणों का पता लगाने में लगी है स्वास्थ्य टीम

बर्ड फ्लू के कारण अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 11 वर्षीय बच्चे की हुई मौत के बाद यह चिता का विषय बना हुआ है कि बच्चे में बर्ड फ्लू संक्रमण कहां से आया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 09:16 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 09:16 PM (IST)
बर्ड फ्लू संक्रमण के कारणों का पता लगाने में लगी है स्वास्थ्य टीम
बर्ड फ्लू संक्रमण के कारणों का पता लगाने में लगी है स्वास्थ्य टीम

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: बर्ड फ्लू के कारण अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 11 वर्षीय बच्चे की हुई मौत के बाद यह चिता का विषय बना हुआ है कि बच्चे में बर्ड फ्लू संक्रमण कहां से आया है। शुक्रवार को राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडी) के अधिकारियों व चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों ने जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंस के द्वारा चर्चा की है कि बच्चे को बर्ड फ्लू हुआ कैसे। इसके लिए एनसीडी अधिकारियों ने आदेश दिए हैं कि बच्चे घर से लेकर तीन किलो मीटर के दायरे में हर घर में जांच की जाए।

दरअसल बीस जुलाई को एम्स के डाक्टरों की तरफ से कहा गया था कि गुरुग्राम गांव चकरपुर के 11 वर्षीय बच्चे की बर्ड फ्लू के कारण मौत हुई है। हालांकि एम्स के डाक्टरों की तरफ से गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग को दी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि बच्चे को ब्लड कैंसर थी और मौत का कारण कैंसर ही था लेकिन बच्चा नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी लैब (पुणे) की जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू (एवियन इंफ्लूएंजा)एच5एन1 संक्रमण से संक्रमित भी था।

हमने 70 टीमें बना दी हैं और हर घर की जांच चल रही है। अभी तक कोई ऐसा व्यक्ति नहीं मिला है जिसमें बर्ड फ्लू संक्रमण के लक्षण हो। अभी तक हम दस हजार लोगों की जांच कर चुके है। जांच चल रही है। हम दस किलो मीटर के दायरे में आने वाले सभी घरों में जांच कर रहे है। हमारी उन मीट व मुर्गा दुकानों पर भी नजर बनी हुई, ताकि पता चले कि कोई मुर्गा मरा तो नहीं है।

डाक्टर विरेंद्र यादव, सिविल सर्जन गुरुग्राम

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