शहर में तेरह जगह ऐसी, जहां डेंगू के मच्छर पैदा होने का खतरा

इस वर्ष बारिश अधिक हुई है। अभी भी बारिश होने की संभावना बनी हुई है। शहर में 19 डेंगू मरीज मिल चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 07:41 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 07:41 PM (IST)
शहर में तेरह जगह ऐसी, जहां डेंगू के मच्छर पैदा होने का खतरा
शहर में तेरह जगह ऐसी, जहां डेंगू के मच्छर पैदा होने का खतरा

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : इस वर्ष बारिश अधिक हुई है। अभी भी बारिश होने की संभावना बनी हुई है। शहर में 19 डेंगू मरीज मिल चुके हैं। डेंगू व मलेरिया के मच्छर पैदा नहीं हों, इसके लिए शहर में 13 ऐसे स्थान चिह्नित किए गए हैं, जहां पर डेंगू- मलेरिया के लार्वा पैदा हो सकते हैं। रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग, जीएमडीए, नगर निगम टीम तेजी से काम कर रही है।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 2015 से जीएमडीए, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग टीम लगातार इस पर काम कर रही है ताकि शहर में डेंगू व मलेरिया के मच्छर पैदा नहीं हों। सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव ने कहा कि जहां से कोरोना के संदिग्ध या डेंगू मरीज मिलते हैं, उनके रहने की जानकारी जीएमडीए को दी जाती है। अब जीएमडीए ने 13 स्थानों को चिह्नित किया है। जहां पर सबसे अधिक ध्यान दिया जाएगा। शहर में लग भग घरों में जांच करने के साथ लोगो को जागरूक किया जा चुका है।

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स्वास्थ्य विभाग डालेगा काला तेल स्वास्थ्य विभाग ने हरियाणा रोडवेज से बड़े स्तर पर काला तेल लिया है। स्वास्थ्य विभाग टीम काला तेल वहां डालेगी, जहां पर पानी भरा हुआ है। ताकि मच्छर नहीं पैदा हों।

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यहां पर मच्छर पैदा का खतरा अधिक गांव वजीराबाद, पालम विहार, बसई, कन्हैई कालोनी, सिरहौल गांव, सेक्टर 12 ए, सेक्टर 39, सेक्टर 21 ए, सेक्टर 47, धर्म कालोनी, सेक्टर 12, उद्योग विहार फेज 1, गांव झाड़सा शामिल है। यहां पर अधिक ध्यान दिया जाएगा।

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जिले में मिले मरीजों की संख्या वर्ष - डेंगू - मलेरिया 2013 - 375 - 212

2014 - 86 - 79

2015 - 452 - 66

2016 - 86 - 36

2017 - 64 - 49

2018 - 93 - 30

2019 - 22 - 15

2020 - 49 - 05

2021 - 19 - 03

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