शहरवासी नए वैरियंट ओमीक्रोन को लेकर घबराए नहीं, हम सतर्क हैं : डा. विरेंद्र यादव

नए वैरियंट को लेकर इलाज तथा बचाव इन तमाम मुद्दों पर दैनिक जागरण के अनिल भारद्वाज नेसिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव के साथ खास बातचीत के मुख्य अंश।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 05:32 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 05:33 PM (IST)
शहरवासी नए वैरियंट ओमीक्रोन को लेकर घबराए नहीं, हम सतर्क हैं : डा. विरेंद्र यादव
शहरवासी नए वैरियंट ओमीक्रोन को लेकर घबराए नहीं, हम सतर्क हैं : डा. विरेंद्र यादव

कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने गुरुग्राम में भी कहर बरपाया था। शहर उस दर्द से ठीक से उबर भी नहीं पाया है और अब एक नए वैरिएंट का खतरा सिर पर मंडराने लगा है। बेशक कोरोना का नया वैरियंट ओमीक्रोन भारत से हजारों किलोमीटर दूर दूसरे देशों में है, लेकिन उसका खतरा गुरुग्राम पर जरूर है जो कि मेडिकल हब होने के साथ-साथ उद्योग हब भी है। दूसरे देशों से लोग इलाज कराने गुरुग्राम आते हैं और कारोबार से जुडे़ लोगों का दुनिया के हर देश से गुरुग्राम आना-जाना लगा रहा है। इसी कारण नए वैरियंट का गुरुग्राम पर बड़ा खतरा है। हालांकि जिला स्वास्थ्य विभाग के साथ प्रशासन सतर्क हो चुका है। नए वैरियंट को लेकर इलाज तथा बचाव, इन तमाम मुद्दों पर दैनिक जागरण के अनिल भारद्वाज नेसिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव के साथ खास बातचीत के मुख्य अंश।

. बेशक, नया वैरियंट ओमीक्रोन दक्षिण अफ्रीका और कुछ दूसरे देशों में मिला है लेकिन इसका क्या गुरुग्राम पर खतरा नहीं है?

- हम यह नहीं कह सकते कि खतरा नहीं है लेकिन हम समय पर सतर्क हैं। मैं लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है हम सतर्क है। हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि कोरोना के नए वैरियंट को गुरुग्राम में न फेलने दे। हमें मालूम है कि गुरुग्राम बड़ा शहर है और यहां पर कोई भी वायरस तेजी से फैलने का खतरा रहा है। इसलिए विदेशों से आने वाले लोगों पर खास नजर रहेगी। मेरी यहां पर लोगों से अपील है कि वह स्वयं भी सावधानी रखें।

. ऐसा क्या प्लान है जिससे नए वैरियंट को शहर में नहीं आने देंगे।

- सरकार की तरफ से हमें आदेश मिले हैं कि नौ देशों- ब्रिटेन, ब्राजील, बंगलादेश, चीन, न्यूजीलैंड, जिबाब्वे, मारिशस, बोत्सवाना और साउथ अफ्रीका से आने वाले लोगों पर खास नजर रखी जाए। 14 दिन क्वारंटाइन और जांच भी की जाएगी। इसके लिए पुलिस का सहयोग लिया जाएगा। एयरपोर्ट से गुरुग्राम आने वाले व्यक्ति की जानकारी पुलिस से मिल जाएगी, जिसके बाद व्यक्ति की जांच और क्वारंटाइन पर ध्यान दिया जाएगा। अगर हम ऐसा करने में कामयाब रहेंगे, तो शहर में नए वैरियंट का खतरा नहीं के बराबर होगा। मेरी उन परिवारों से अपील है जिनके परिजन इन देशों से आएं, वह जांच व क्वारंटाइन पर किसी तरह की कोताही न करने दें। . विदेशों से गुरुग्राम में बहुत लोग इलाज कराने आते हैं। क्या उनसे भी खतरा है?

. शहर के बड़े अस्पतालों के प्रबंधन के साथ हम बैठक करने जा रहे हैं। सभी को आदेश देंगे कि उनके यहां आने वाले मरीजों की जांच की जाए। सरकार द्वारा तय किए नियमों का पालन सभी को करना है। हमारी तरफ से प्राइवेट अस्पतालों को एक सलाह भी होगी कि हो सके तो उन्हीं मरीजों को बुलाएं, जो अधिक गंभीर हैं। जिनका किसी बीमारी का जल्द आपरेशन करना बहुत जरूरी है। इससे अधिक लोग भारत नहीं आएंगे। यह सिर्फ सलाह है, किसी तरह के आदेश नहीं है। . आपने कहा कि सभी पीएचसी, सीएचसी को सतर्क किया गया है और हर पुलिस स्टेशन को सतर्क रहना होगा।

- देखिए, जब किसी संक्रामक बीमारी से लड़ना है तो उसके लिए सभी को सतर्क होना होगा। स्वास्थ्य विभाग का एक-एक डाक्टर और स्टाफ सतर्क होगा तो अधिक फायदा होगा। पुलिस का सहयोग इसलिए चाहिए कि विदेश से कोई आया है तो उसे क्वारंटाइन होना होगा और वह क्वारंटाइन है या नहीं है यह लगातार देखना होगा। . नए वैरियंट ओमीक्रोन को कोरोना से अधिक खतरनाक बताया जा रहा है। अगर फैलता है तो कैसे मरीजों को इलाज मिलेगा।

- नया वैरियट जरूर है लेकिन अधिक खतरनाक नहीं है। दक्षिण अफ्रीका में दो माह से चल रहा है और वहां मौत का आंकड़ा बहुत कम है। यह राहत की बात है। वैसे हमारा पहला प्रयास है कि वह लोगों में फैलने न पाए। अगर किसी कारण फैलता है तो हमारे पास बेड संख्या पूरी है। इलाज देने की सुविधा है। आप कह सकते हैं कि पूरी तैयारी है। क्योंकि हमने तीसरी लहर को लेकर शहर में तैयारी की हुई थी। लेकिन मैं यहां कहना चाहूंगा कि सावधानी रखिए, डरने की जरूरत नहीं है। अगर बाहर देश से कोई मरीज आता है तो अलग बात है, लेकिन हमारा एक ही लक्ष्य है कि शहर में रहने वाले किसी भी एक व्यक्ति को नए वैरियंट से संक्रमित नहीं होने देना है। लोग कोरोनारोधी टीका जरूर लगवाएं क्योंकि यह बचाव के लिए बड़ा कारगर है। दूसरा, लोग अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने पर ध्यान दें। . क्या नए वैरियंट से बचने के लिए मास्क लगाने में सख्ती कर देनी चाहिए।

- आप देखते होंगे कि मैं और हमारे डाक्टर जहां पर जाते हैं वहां मास्क लगाकर रखते हैं। मास्क आपको बीमारी और प्रदूषण से बचाएगा। इसमें सख्ती करने की कोई आवश्यकता नहीं है। लोग अपील मानते हैं और मेरी अपील है कि सभी मास्क लगाएं। . स्वास्थ्य विभाग ने आक्सीजन प्लांट लगाए लेकिन क्या प्राइवेट अस्पतालों में प्लांट लगाए गए।

- हां, हमने तीन जगह आक्सीजन प्लांट स्थापित किए हैं और प्राइवेट अस्पतालों में प्लांट स्थापित करने के आदेश दिए गए थे। लगभग सभी में काम चल रहा था अब पूरा हो चुका होगा। अगर भविष्य में आक्सीजन की अधिक जरूरत होगी, तो कोई कमी नहीं रहेगी। . सेक्टर दस जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में उन मरीजों को भी रेफर किया जा रहा है जिनका इलाज अस्पताल में हो सकता है। रात के समय ऐसा अधिक हो रहा है।

- आपके माध्यम से यह जानकारी मिली है। इस संबंध में पीएमओ से बात की जाएगी, क्योंकि इमरजेंसी वार्ड की सेवाओं पर नजर रखने की जिम्मेदारी उन्हीं की है। फिर भी ऐसा सहन नहीं किया जाएगा कि मरीजों को रेफर करने पर जोर दिया जाता है। अगर कोई गंभीर बीमारी -घायल है तो रेफर करना मजबूरी होती है लेकिन हर किसी मरीज को रेफर करने का कोई कारण नहीं है। मैं इमरजेंसी वार्ड का रिकार्ड जांच करूंगा और मरीजों की इलाज रिपोर्ट भी देखेंगे। रेफर करने वाले डाक्टरों की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजेंगे। . सुना है इमरजेंसी वार्ड से कुछ मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में भेजा जाता है। - मैंने कहा है कि ऐसे किसी डाक्टर के ऐसे काम को सहन नहीं किया जाएगा। किसी भी दिन जांच की जाएगी। प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों को भेजने में कोई शामिल पाया गया, तो उसपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

परिचय:

नाम: विरेंद्र यादव

जन्म स्थान: गांव बीरण, जिला भिवानी

शिक्षा: एमबीबीएस रोहतक मेडिकल कालेज 1993

एमडी: रोहतक मेडिकल कालेज 2003

विशेषज्ञ: मेडिसन, डीएम कार्डियो : 2008

नियुक्ति: हरियाणा मेडिकल सर्विस 1995

सिविल सर्जन पद पर नियुक्ति: फरीदाबाद, चरखी दादरी, करनाल, नूंह, गुरुग्राम

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