स्वाइन फ्लू पर निजी अस्पतालों के लिए गाइड लाइन जारी
स्वाइन फ्लू को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग ने शहर के निजी अस्पतालों के लिए गाइड लाइन जारी की है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: स्वाइन फ्लू को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग ने शहर के निजी अस्पतालों के लिए गाइडलाइन जारी की है। सर्दी में स्वाइन फ्लू का खतरा रहता है और मरीजों को जुकाम होने से स्वाइन फ्लू का डर होने लगाता है। इसलिए सभी अस्पतालों को कहा गया है कि मरीजों को स्वाइन फ्लू के प्रति जागरूक करें और जो मरीज इलाज के लिए पहुंचता है उसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी जाए।
सिविल सर्जन डॉ. जसवंत सिंह पूनिया ने कहा कि सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों को ओपीडी में स्वाइन फ्लू के संबंध में जानकारी दी जा रही है, ताकि मरीजों में किसी तरह का डर ना फैले। जुकाम व स्वाइन फ्लू के लक्षण लगभग एक जैसे हैं लेकिन कुछ ऐसे लक्षण भी हैं जो दोनों में समान हैं। इसी लिए लोगों को जुकाम होने पर डरना नहीं चाहिए। किसी भी स्थिति में 5-6 दिन आप पहचान नहीं कर सकते। इस लिए डॉक्टर को दिखना ही एकमात्र बेहतर तरीका है। जैसे जैसे सर्दी बढ़ेगी, तो लोगों में स्वाइन फ्लू का डर बढ़ेगा। लेकिन इसमें लोगों को समझना होगा कि सर्दी में जुकाम -खांसी होना कोई खतरनाक नहीं है। जुकाम की पहचान :
सर्दी-जुकाम के समय पहले गले में खराश पैदा होती है और जलन होती है। नाक बंद हो जाती है या बहने लगती है। रोगी को बार-बार छींकना लगता है। हलका बुखार भी आ जाता है। सामान्य लोगों में आमतौर पर सात दिनों के बाद जुकाम दूर हो जाता है। लेकिन यह स्वाइन फ्लू नहीं है।
- स्वाइन फ्लू के लक्षण ::
. गला खराब होना
. जुकाम होना
. नार्मल कोल्ड होना
. आंखों में दर्द व पानी आना
. सिर दर्द करना
. खांसी होना
. मांसपेशियों में दर्द होना
. आंखें लाल होना
. जी मिचलाना