हरियाणा की परंपरा, संस्कृति को संबल देती है हरियाली तीज

केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा हरियाली तीज महोत्सव हरियाणा की परंपरा व संस्कृति को पुनर्जिवित करने में सहायक होगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 02 Aug 2019 05:43 PM (IST) Updated:Fri, 02 Aug 2019 05:43 PM (IST)
हरियाणा की परंपरा, संस्कृति को संबल देती है हरियाली तीज
हरियाणा की परंपरा, संस्कृति को संबल देती है हरियाली तीज

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा हरियाली तीज महोत्सव हरियाणा की परंपरा व संस्कृति को पुनर्जीवित करने में सहायक होगा। हरियाणा प्रदेश वैश्य महासम्मेलन की गुरुग्राम महिला शाखा के तत्वावधान में आयोजित चार दिवसीय हरियाली तीज महोत्सव के पहले दिन मुख्य अतिथि रूप के आए इंद्रजीत ने कहा कि, खासकर राष्ट्रीय राजधानी के नजदीक गुरुग्राम, फरीदाबाद व सोनीपत की मूल सांस्कृतिक पहचान पर दिल्ली की संस्कृति हावी है और उसे खत्म करने में हरियाली तीज जैसे विशिष्ट हरियाणवी परंपरा आधारित समारोह का बड़ा योगदान होगा।

भाजपा राष्ट्रीय महासचिव व हरियाणा प्रभारी राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल जैन की पत्नी वंदना जैन ने कार्यक्रम की शुरुआत की। सभी ने भव्य आयोजन के लिए विधायक उमेश अग्रवाल व उनकी पत्नी अनीता अग्रवाल की प्रशंसा की। राव इंद्रजीत ने खासकर समारोह की आयोजिका अनीता अग्रवाल की प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने महिलाओं की शान-ओ-शौकत को बढ़ाने में बड़ी भूमिका का निर्वाह किया है। उन्होंने कहा कि कई दशकों बाद इतने बड़े पैमाने पर हरियाली तीज महोत्सव का आयोजन किया है, जो निश्चित तौर पर हरियाणवी परंपरा और संस्कृति को नया जीवन देने में सहायक होगा। राव इंद्रजीत ने गाया गीत

भव्य आयोजन पर केंद्रीय मंत्री इंद्रजीत गदगद दिखे। मंच पर जब उनसे लोगों ने अनुरोध किया तो उन्होंने हरियाणवी तीज गीत 'चौगर दे नै छाई हरियाली घोर घटा सावण की, गावें गीत सुरीले छोरी झूल घली सावण की' सुनाकर दर्शकों की खूब तालियां बटोरीं। इस मौके पटौदी क्षेत्र की विधायक विमला चौधरी, मेयर मधु आजाद, पूर्व मेयर विमल यादव, जिला भाजपा उपाध्यक्ष हंसराज कसाना, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष अनुराधा शर्मा, प्रो. हंसराज आदि उपस्थित थे।

कवि सम्मेलन में बरसी रसधारा

तीज महोत्सव की पहली रात (बृहस्पतिवार) को देश के विख्यात कवियों ने हास्य रस की जो छटा बिखेरी, उससे हजारों उपस्थित दर्शक बिन बरसात ही भीग गए। मंच पर उपस्थित हास्य व्यंग्य के प्रसिद्ध कवि पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा अपने अनूठे अंदाज में रचना पढ़ी तो लोग लोटपोट हो गए। हास्य व्यंग्य के विशिष्ट शैली के कवि-साहित्यकार,डॉ. अशोक चक्रधर, गीतशैली की मधुर कवयित्री डॉ. कीर्ति काले, लॉफ्टर चैलेंज से प्रसिद्ध हास्य कवि प्रताप फौजदार, सुरेश अलबेला के अलावा फरीदाबाद के कवि दीपक गुप्ता ने खूब ठहाके लगवाए। मंच संचालन डॉ. सुनील जोगी ने बखूबी किया। डॉ. अशोक चक्रधर ने अपनी रचना 'दोनों मिलकर मिलकर बरसे खूब.फिर कुछ दिन बाद दिखी मरुस्थल में हरियाली-दूब' से हरियाली तीज महोत्सव की प्रासंगिकता का गुणगान किया। वहीं कवयित्री डॉ. कीर्ति काले की गीत बिटिया ससुराल चली श्रोताओं को रुला गई।

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