महामारी के दौरान गुरुग्राम रहने के लिए सबसे उपयुक्त शहर
कोविड-19 के दौरान गुरुग्राम रहने के लिए सबसे उपयुक्त शहर पाया गया है। यह बात रियल एस्टेट क्षेत्र की संस्था स्क्वायर यार्ड के अध्ययन में सामने आई है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: कोविड-19 के दौरान गुरुग्राम रहने के लिए सबसे उपयुक्त शहर पाया गया है। यह बात रियल एस्टेट क्षेत्र की संस्था स्क्वायर यार्ड के अध्ययन में सामने आई है। इस अध्ययन में देश के तीन प्रमुख शहरों- गुरुग्राम, बेंगलुरु व मुंबई को शामिल किया गया। इसमें जनसंख्या घनत्व, खुले क्षेत्र के अनुपात और अस्पताल के बुनियादी ढांचे जैसे तथ्यों को आधार बनाया गया है। इस अध्ययन को उपयुक्तता सूचकांक नाम दिया गया है। संस्था द्वारा यह दावा किया गया है कि तीनों शहरों को अलग-अलग जोन में विभाजित कर उन सभी पर गंभीरता से अध्ययन किया गया है।
अध्ययन में कोविड-19 के दौरान बेहतर जीवन स्तर व काम करने के लिए बेहतर माहौल के मुद्दों को प्रमुखता दी गई। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि गुरुग्राम कोविड-19 के ²ष्टिकोण से जीवन जीने के लिए सबसे उपयुक्त शहर है। गुरुग्राम के पूर्वी क्षेत्र के इलाके जैसे सेक्टर-52-56, 58, 40-44, 30, 24 व 27 को सूचकांक में रहने के लिए सबसे उपयुक्त शहर बताया गया।
अध्ययन में स्वास्थ्य ढांचे के बारे में अध्ययन में कहा गया है कि मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों में प्रति 10,000 लोगों पर क्रमश: 1.3 और 0.30 अस्पताल हैं, जबकि 2.5 अस्पतालों के साथ गुरुग्राम की स्थिति काफी बेहतर है। कोरोना की दूसरी लहर को अध्ययन में शामिल कर बताया गया कि मुंबई में कुल 24 में से 13 वार्ड गंभीर रूप से प्रभावित थे। जिनमें प्रति 10,000 लोगों पर 50 से अधिक मरीज थे। गुरुग्राम में उत्तर और पूर्व क्षेत्रों में प्रति वर्ग किमी में औसतन 55 मामले दर्ज किए गए। जबकि बेंगलुरु में कुल आठ क्षेत्रों में से चार क्षेत्रों में प्रति वर्ग किमी में 200 से अधिक मामले दर्ज किए गए।
जनसंख्या घनत्व व खुले क्षेत्र को लेकर किए गए अध्ययन से यह जानकारी मिलती है कि मुंबई में तीन शहरों में सबसे अधिक खुला क्षेत्र अनुपात लगभग 45 प्रतिशत है। लगभग 60,000 वर्ग किमी के साथ मुंबई सबसे घनी आबादी वाला है। जबकि गुरुग्राम में सबसे कम जनसंख्या घनत्व लगभग 4200 लोग प्रति वर्ग किलोमीटर है।