जीपीएससी की बैठक में शिक्षा में वर्तमान चुनौतियों पर चर्चा
गुड़गांव प्रोग्रेसिव स्कूल काउंसिल (जीपीएससी) की वार्षिक बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के चेयरपर्सन मनोज आहूजा विशेष रूप से इस आयोजन जुड़े।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: गुड़गांव प्रोग्रेसिव स्कूल काउंसिल (जीपीएससी) की वार्षिक बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के चेयरपर्सन मनोज आहूजा विशेष रूप से इस आयोजन जुड़े। उनके अलावा जिले के अतिरिक्त उपायुक्त प्रशांत पवार, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक ऋषि गोयल भी इस आयोजन का हिस्सा बने। शिक्षाविदों ने माना कि बीता सत्र हर लिहाज से चुनौतीपूर्ण रहा लेकिन सफलता यह है कि स्कूलों ने बेहतरीन तरीके से हालात को संभालते हुए शिक्षा के क्रम को टूटने नहीं दिया। विद्यार्थियों ने आनलाइन प्रतिस्पर्धाओं में अपनी प्रतिभा साबित करते हुए जीत हासिल की। इस सम्मेलन में चर्चा की गई कि किस तरह से बदले वक्त की चुनौतियों से निपटने के लिए काम किया जाए कि शिक्षा प्रभावित न हो और विद्यार्थियों को स्कूलों द्वारा वही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा सके।
यह वार्षिक सम्मेलन 'शिक्षा के लिए भविष्य की राहों' विषय पर आयोजित किया गया। इस आनलाइन सम्मेलन में सीबीएसई के अध्यक्ष मनोज आहूजा ने मुख्य अतिथि के तौर पर सबसे पहले राष्ट्र शिक्षा नीति 2020 पर चर्चा की। सेक्टर 14 डीएवी पब्लिक स्कूल की चेयरपर्सन अपर्णा ऐरी ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की और शिक्षा के क्षेत्र में चुनौतियों के बारे में चर्चा की। 19वें गुड़गांव प्रोग्रेसिव स्कूल सम्मेलन में दिल्ली आइआइटी के सहायक प्रोफेसर हरीश चौधरी ने भी बहुमुखी उद्देश्यों के साथ अपने विचार प्रस्तुत किए। सम्मेलन पांच सत्रों में आयोजित हुआ। इसके पहले सत्र में प्रोफेसर एमएम पंत ने 'ब्लूम टैक्सनॉमी' पर प्रकाश डाला। दूसरे सत्र में बदलते परिवेश में कौशल के आकलन की जरूरत पर बात की गई।
सेक्टर 45 स्थित डीपीएस स्कूल की प्राचार्य अदिति मिश्रा ने बताया कि कोरोना महामारी की चुनौतियों के बावजूद विद्यार्थियों और शिक्षकों के सहयोग से कोई खास कमी महसूस नहीं हुई। सेक्टर 43 स्थित एमिटी इंटरनेशनल स्कूल ने सामाजिक और भावनात्मक शिक्षण और सहायक शिक्षण वातावरण के बारे में चर्चा की। सेक्टर 49 स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल की प्राचार्य चारू मैनी ने कोरोना के सामाजिक प्रभावों पर विचार प्रस्तुत किए। अपोलो अस्पताल के फिजिशियन डा. राकेश गुप्ता, मेदांता अस्पताल के अरविद कुमार ने भी इस सम्मेलन में हिस्सा लिया।