ओम नम:शिवाय: दौला का शिव मंदिर

दिल्ली- गुरुग्राम-सोहना हाईवे स्थित हरचंदपुर से करीब पांच किलोमीटर दूर स्थित गांव दौला में प्राचीन शिव मंदिर है। क्षेत्र के लोगों की इस मंदिर को लेकर बड़ी आस्था है। दूरदराज के गांव से भी शिवभक्त सावन में यहां पर पूजा करने पहुंचते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 07:08 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 07:24 PM (IST)
ओम नम:शिवाय: दौला का शिव मंदिर
ओम नम:शिवाय: दौला का शिव मंदिर

दिल्ली- गुरुग्राम-सोहना हाईवे स्थित हरचंदपुर से करीब पांच किलोमीटर दूर स्थित गांव दौला में प्राचीन शिव मंदिर है। क्षेत्र के लोगों की इस मंदिर को लेकर बड़ी आस्था है। दूरदराज के गांव से भी शिवभक्त सावन में यहां पर पूजा करने पहुंचते हैं। मंदिर परिसर में हर सोमवार को सुबह शिव चालीसा का पाठ होता है। शाम को आरती व भजन होते हैं। जोहड़ किनारे बने मंदिर को पौधे लगाकर मनोरम स्थल बनाया गया है। मंदिर का इतिहास:

गांव केलोगों में मंदिर के प्रति अटूट आस्था है। मंदिर वर्षों पुराना है पर दस साल पहले गांव के मौजिज लोगों ने दान देकर मंदिर की मरम्मत कराई और कुछ नया रूप भी दिया। भगवान राम-सिया की मूर्ति के अलावा शिवलिग भी यहां स्थापित है। मंदिर की विशेषता

सावन माह में हर घर से रोजाना मंदिर में सुबह शाम पूजा अर्चना होती है। क्षेत्र के लोग पूजा करने आते हैं। गांव के युवा गंगा जल लाकर कांवड़ चढ़ाते थे। मंदिर की देखरेख कमेटी के सदस्य करते हैं। मंदिर परिसर में एक और यज्ञशाला बनी हुई है जहां पर आर्य समाज से जुड़े लोग प्रत्येक रविवार को सामूहिक रूप से यज्ञ करते हैं। ऐसे पहुंचे मंदिर: मंदिर गांव दौला सोहना रोड से पांच किलोमीटर हटकर है। यहां अपने साधन से सीधे पहुंचा जा सकता है। पहले गुरुग्राम व सोहना से बस चलती थी जो कोरोना संकट के बाद से बंद है। क्षेत्र के लोगों की मंदिर में पूरी आस्था हैं। श्रीराम परिवार के साथ शिव मंदिर स्थापित है। शाम की शिव आरती में काफी संख्या में भक्त आते हैं। सावन माह में शिव भोले की पूजा करने से धन-धान्य की वृद्धि होती हैं, बिगड़े काम बनते है।

- श्री चिरंजी, महंत व मुख्य पुजारी लोगों की आस्था को देखते हुए मंदिर परिसर को सुंदर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। गांव के फौजी भाई डयूटी पर जाते वक्त मंदिर में पूजन कर निकलते हैं। उन्हें यकीन है कि भगवान भोले उनकी रक्षा करते हैं।

कर्मवीर राघव, सदस्य मंदिर कमेटी

chat bot
आपका साथी