गीता का संदेश अजर, अमर व शाश्वत: मनोहर लाल

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिार को कला व आस्था के संगम गीता महोत्सव के दूसरे दिन मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। उन्होंने गीता महोत्सव में लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Dec 2019 06:36 PM (IST) Updated:Sat, 07 Dec 2019 07:00 PM (IST)
गीता का संदेश अजर, अमर व शाश्वत: मनोहर लाल
गीता का संदेश अजर, अमर व शाश्वत: मनोहर लाल

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को कला व आस्था के संगम गीता महोत्सव के दूसरे दिन मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। उन्होंने गीता महोत्सव में लगाई गई प्रदर्शनी को देखा और विभिन्न धार्मिक व स्वयंसेवी संस्थाओं और सरकारी विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों में खासी रुचि दिखाई। राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रम से प्रसन्न होकर मुख्यमंत्री ने प्रतिभागी विद्यार्थी को 5100 रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप देने की घोषणा की। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि गीता एक ऐसा ग्रंथ है जिसका संदेश विश्वव्यापी है, अमर, अजर व शाश्वत है। उसका मानवता के नाते अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जाना आवश्यक है। श्रीमद्भगवतगीता की शिक्षाएं जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से पूरे प्रदेश में गीता महोत्सव आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र में आयोजित किए जा रहे अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में 20 देश भाग ले रहे हैं और यह कार्यक्रम वहां पर अब 16 दिनों तक चलाया जाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महोत्सव में भाग लेने वाले देशों का कहना है कि गीता के संदेश को केवल कुरुक्षेत्र तक ही सीमित ना रखा जाए बल्कि दुनिया भर में पहुंचाया जाना चाहिए। उनकी इस इच्छा को देखते हुए वर्ष 2019 फरवरी में मॉरीशस में पहली बार देश से बाहर गीता जयंती का कार्यक्रम आयोजित किया गया और बाद में अगस्त माह यूनाइटेड किगडम (यूके) में आयोजित किया गया और अब इसका आयोजन मार्च-2020 में आस्ट्रेलिया में तीन दिवसीय कार्यक्रम और जुलाई-2020 में कनाडा में किया जाएगा।

गीता केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं है बल्कि यह शाश्वत, ज्ञान व सिद्धांत है। उन्होंने कहा कि दुनिया में केवल एक ही धर्म है और वह है व्यक्ति को अपनी स्थिति के हिसाब से काम करना चाहिए। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एक विद्यार्थी का धर्म पढ़ना है ,वैसे ही समाज में प्रत्येक व्यक्ति का धर्म होता है जिसे उसे निभाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में संविधान भी एक धर्म है। जैसे गीता कर्म करने की प्रेरणा देने वाला और जीवन जीने की कला सिखाने वाला ग्रंथ है, वैसे ही डॉ. भीमराव आंबेडकर के नेतृत्व में संविधान सभा द्वारा बनाया गया हमारे देश का संविधान देश का मार्गदर्शन करता है। इससे पूर्व गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति डा. मार्कंडे आहुजा ने गीता पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि गीता हमारी सोच को सकारात्मक ²ष्टिकोण प्रदान करती है।

महोत्सव में इस्कॉन संस्था द्वारा हरे रामा, हरे कृष्णा भजन प्रस्तुत कर माहौल को भक्तिमय बनाया गया। इस अवसर पर मेयर मधु आजाद, पटौदी के विधायक सत्य प्रकाश जरावता, बादशाहपुर के विधायक राकेश दौलताबाद, पार्षद सीमा पाहुजा व अश्वनी शर्मा, वरिष्ठ भाजपा नेता गोपीचंद गहलोत, भाजपा प्रवक्ता रमन मलिक, भाजपा जिला उपाध्यक्ष हरविद कोहली, जिला उपायुक्त अमित खत्री, पुलिस आयुक्त मोहम्मद अकील, अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा, नगराधीश मनीषा शर्मा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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