क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े चार बदमाश

चोरी अपहरण एवं लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद चार बदमाशों को क्राइम ब्रांच की सेक्टर-39 टीम ने सेक्टर-34 इलाके से दबोच लिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 31 Oct 2021 07:19 PM (IST) Updated:Sun, 31 Oct 2021 07:19 PM (IST)
क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े चार बदमाश
क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े चार बदमाश

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : चोरी, अपहरण एवं लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद चार बदमाशों को क्राइम ब्रांच की सेक्टर-39 टीम ने सेक्टर-34 इलाके से दबोच लिया। बदमाशों ने फरार होने का भरपूर प्रयास किया। इसके लिए पुलिस को निशाना बनाकर फायरिग भी की ताकि पुलिस पीछे हट जाए। इसके बाद भी बेहतर रणनीति की बदौलत टीम ने सभी को काबू कर लिया। उनकी पहचान राजस्थान के भरतपुर जिले के गांव मेवात गढ़ी निवासी 25 वर्षीय अकील उर्फ अक्का, दौसा जिले के गांव कोठीन निवासी 28 वर्षीय राकेश कुमार मीणा एवं गांव निहालपुरा निवासी 25 वर्षीय रिकू तथा अलवर जिले के गांव शेरपुर निवासी 24 वर्षीय अजरुद्दीन उर्फ अजरू के रूप में की गई। उनके कब्जे से वारदातों को अंजाम देने में इस्तेमाल की गई एक स्विफ्ट डिजायर कार, दो कट्टे, आठ जिदा कारतूस, चार खोल, चार बाइक एवं एक कैंटर बरामद किया गया। बदमाश अधिकतर कार एवं चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। वे कार में सवार होकर आते थे। रेकी करने के बाद बाइक या कार चोरी करके फरार हो जाते थे।

शनिवार देर रात क्राइम ब्रांच की सेक्टर-39 टीम के प्रभारी सब इंस्पेक्टर राजकुमार बख्तावर चौक इलाके में गश्त पर थे। उसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि कार सवार बदमाश किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में राजीव चौक के नजदीक घूम रहे हैं। राजकुमार पूरी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। जब टीम सुभाष चौक के नजदीक पहुंची तो एक बिना नंबर की स्विफ्ट डिजायर कार जाती हुई दिखाई दी। शक होने पर गाड़ी का सायरन बजाकर रुकने का इशारा किया। पुलिस की गाड़ी देखते ही बदमाशों ने स्पीड बढ़ा दी। टीम ने पीछा शुरू किया। इस बीच बदमाशों की ओर से एक बार फायरिग की गई। गोली राजकुमार की बाईं तरफ से निकल गई। इस बीच टीम ने कंट्रोल रूम को नाकेबंदी करने के बारे में सूचना दे दी। बदमाश फायरिग करते हुए सेक्टर-34 मार्बल मार्केट की तरफ पहुंचे। वहां पर कार से निकलकर भागने लगे लेकिन सभी को दबोच लिया गया। प्रारंभिक पूछताछ के मुताबिक अकील उर्फ अक्का गिरोह का सरगना है। उसके खिलाफ चोरी के 10 से अधिक मामले दर्ज हैं। राकेश कुमार मीणा के खिलाफ अपहरण के तीन एवं रिकू के खिलाफ दो मामले दर्ज हैं। पूछताछ में यह भी सामने आया कि अकील उर्फ अक्का को उसके ही साथी ने गोली मार दी थी। गोली पेट के आरपार हो गई थी। इलाज अपने घर पर ही किसी झोलाझाप डाक्टर से करवाया था। काफी दिनों तक पेट का एक थैलीनुमा हिस्सा पेट से बाहर लटका रहा। जिसे देखने पर यह बीमार दिखाई देता था। उस दौरान भी यह अपने अन्य साथियों के साथ गाड़ी में सवार होकर आता और रेकी करता था। इसको देखकर लोगों को लगता था कि बीमार है। इस वजह से लोग संदेह नहीं करते थे। अकील लाक तोड़ने में माहिर है। चंद मिनटों में ही यह खड़ी मोटरसाईकिल, स्कूटर, कार, पिकअप आदि के लाक खोल देता है। यह अपने साथ दो हजार रुपये में किराये पर आदमी लेकर आता था और वाहन चोरी की वारदात को अंजाम देता था। चोरी की हुई एक बाइक/स्कूटी को यह आठ से 10 हजार रुपये में बेचता था। कार एवं पिकअप को 30 से 50 हजार रुपये में बेचता था। यह मुख्य रूप से राजस्थान के अलावा हरियाणा में चोरी की वारदात को अंजाम देता।

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बदमाशों की धरपकड़ को लेकर लगातार क्राइम ब्रांच की टीमें प्रयासरत हैं। कुछ महीनों के दौरान काफी बदमाश पकड़े जा चुके हैं। क्राइम ब्रांच की सेक्टर-39 टीम द्वारा पकड़े गए बदमाशों से कई मामले सुलझने की उम्मीद है।

--- प्रीतपाल, सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम), गुरुग्राम।

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