डेढ़ सौ करोड़ रुपये की लागत से बनेगा पांच मंजिला स्काडा

बिजली निगम के उपभोक्ताओं की समस्याओं के समाधान के लिए सेक्टर-52 में आधुनिक सुपरवाइजरी कंट्रोल एवं डाटा एक्विजिशन (स्काडा) बनाया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 06:20 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 07:33 PM (IST)
डेढ़ सौ करोड़ रुपये की लागत से बनेगा पांच मंजिला स्काडा
डेढ़ सौ करोड़ रुपये की लागत से बनेगा पांच मंजिला स्काडा

महावीर यादव, बादशाहपुर

बिजली निगम के उपभोक्ताओं की समस्याओं के समाधान के लिए सेक्टर-52 में आधुनिक सुपरवाइजरी कंट्रोल एवं डाटा एक्विजिशन (स्काडा) बनाया जाएगा। इस केंद्र के निर्माण में करीब डेढ़ सौ करोड़ रुपये खर्च होने हैं। सेक्टर-52 के हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम (एचवीपीएन) के सबस्टेशन में 750 वर्ग मीटर जगह अलाट कर दी गई है। भवन निर्माण के लिए आर्किटेक्चर कंपनियों से संपर्क किया जा रहा है। दिसंबर माह के अंत तक निविदाएं आमंत्रित कि ए जाने की उम्मीद है।

बिजली उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 2017 में करीब 16 सौ करोड़ रुपये से स्मार्ट सिटी परियोजना शुरू की गई। इस परियोजना के तहत शहर के दोनों सर्कल के 600 फीडर स्मार्ट फीडर बनाए जाने हैं। पिछले सप्ताह बिजली निगम के एमडी डा. बलकार सिंह ने स्मार्ट सिटी परियोजना का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एमडी ने शहर में राष्ट्रीय स्तर का स्काडा तैयार करने के लिए बिजली निगम अधिकारियों को निर्देश दिए थे। उन्होंने पचगांव स्थित पावर ग्रिड के स्काडा का दौरा भी किया था।

बिजली निगम के अधिकारी रोहिणी स्थित टाटा पावर के स्काडा का भी दौरा कर चुके हैं। टाटा पावर का स्काडा उच्च श्रेणी के केंद्रों में माना जाता है। पावर ग्रिड और टाटा पावर के स्काडा की तर्ज पर सेक्टर-52 में भी स्काडा तैयार किया जाना है। इसमें बिजली उपभोक्ताओं की सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। स्काडा के लिए सेक्टर-52 में जमीन अलाट: स्काडा के लिए चार मंजिला भवन बनाया जाएगा, दो मंजिल पर स्काडा स्थापित किया जाएगा। वहीं, दो मंजिल में बिजली निगम के अधिकारियों के कार्यालय बनाए जाने हैं। बिजली निगम के अधिकारियों के कार्यालय अभी अलग-अलग स्थानों पर चल रहे हैं। उपभोक्ताओं को अलग-अलग अधिकारी से मिलने के लिए अलग-अलग स्थानों पर चक्कर न काटने पड़े। इसलिए सभी अधिकारियों के कार्यालय भी यहां बनाए जाने हैं। इसी महीने निविदाएं की जा सकती है आमंत्रित: भवन निर्माण के लिए आर्किटेक्चर कंपनी को हायर करने के लिए अधिकारियों की बैठक हो चुकी है। इस बैठक में चार से पांच आर्किटेक्चर कंपनियों के साथ वार्ता की जाएगी। उसके बाद भवन निर्माण के लिए निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी। दिसंबर माह में निविदा आमंत्रित करने की प्रक्रिया पूरी करने पर काम किया जा रहा है। 2021 के अंत तक स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का काम पूरा होने की उम्मीद

शहर में बिजली उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट 2021 तक के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। 2017 में शुरू किए गए इस प्रोजेक्ट के तहत करीब 600 फीडर स्मार्ट फीडर बनाए जाने हैं। 1600 करोड़ रुपये की इस परियोजना के तहत अभी तक 110 फीडर का काम पूरा किया जा चुका है। करीब सौ फीडर पर काम चल रहा है। प्रबंधक निदेशक डा. बलकार सिंह के निर्देश के बाद परियोजना के काम में तेजी लाई गई है। इस परियोजना में काम करने वाली सभी चारों कंपनियों को जल्द से जल्द कार्य को निपटाने के निर्देश दिए गए। स्काडा की खूबियों को मिलाकर एक बेहतर केंद्र बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है। सेक्टर-52 में बनने वाले इस स्काडा का पूरा काम हिसार मुख्यालय देख रहा है। उम्मीद है कि इस माह के अंत तक आर्किटेक्चर कंपनी को हायर कर टेंडर कर दिए जाएंगे।

विनीता सिंह, मुख्य अभियंता, स्मार्ट सिटी परियोजना, बिजली निगम

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