सात करोड़ के गबन मामले में तीन स्ट्रीट वेंडिग एजेंसियों पर एफआइआर दर्ज

नगर निगम के सात करोड़ रुपये का गबन करने के मामले में शहर थाना पुलिस ने तीन स्ट्रीट वेंडिग एजेंसियों लिओ मीडियाकाम एग्मैक और स्पिक एंड स्पैन सर्विस लिमिटेड के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Aug 2021 08:07 PM (IST) Updated:Thu, 19 Aug 2021 08:07 PM (IST)
सात करोड़ के गबन मामले में तीन स्ट्रीट  वेंडिग एजेंसियों पर एफआइआर दर्ज
सात करोड़ के गबन मामले में तीन स्ट्रीट वेंडिग एजेंसियों पर एफआइआर दर्ज

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: नगर निगम के सात करोड़ रुपये का गबन करने के मामले में शहर थाना पुलिस ने तीन स्ट्रीट वेंडिग एजेंसियों लिओ मीडियाकाम, एग्मैक और स्पिक एंड स्पैन सर्विस लिमिटेड के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली है। तीनों एजेंसियों के खिलाफ धोखाधड़ी व साजिश रचने सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस संबंध में 14 अगस्त को गुरुग्राम नगर निगम आयुक्त कार्यालय की ओर से शहर थाना पुलिस को शिकायत भेजी गई थी।

थाना प्रभारी कृष्ण कुमार के म़ुताबिक निगम से मिली शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। शिकायत में यह भी बताया गया है कि नगर निगम के लोगो का इस्तेमाल कर लोगों से धोखाधड़ी की गई है। आरोप है कि निगम के लोगो वाली फर्जी रसीद काटी गई और रेहड़ियां देने के नाम पर लोगों से 50 हजार या इससे ज्यादा रुपये वसूले गए और रेहड़ियां भी नहीं दी गई।

सीआइएसफ के जवान संजेश कुमार ने भी पैसे लेकर रेहड़ियां नहीं देने के आरोप लगाते हुए लिओ मीडियाकाम एजेंसी के खिलाफ नगर निगम को शिकायत दी थी। इसके अलावा नारनौल के योगेश कुमार, मोलहेड़ा गुरुग्राम निवासी अशोक कुमार व सेक्टर 37 के अन्य स्ट्रीट वेंडर ने पैसे ऐंठने व रेहड़ी नहीं देने की शिकायत दी है।

------ यह है मामला

साल 2016 में एक व्यवस्थित बाजार बनाकर रेहड़ी वालों को जगह देने के लिए इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई थी। 20 सितंबर 2016 से 19 सितंबर 2019 तक इन एजेंसी को काम करना था, लेकिन डेढ़ साल बाद तक वेंडिग जोन में इन निजी एजेंसियों की वसूली चलती रही। ये एजेंसियां 1500 रुपये मासिक प्रति रेहड़ी वसूलती थीं, जिसमें 500 रुपये नगर निगम में जमा करवाने थे। नगर निगम के रिकार्ड के मुताबिक इन एजेंसियों से नगर निगम में 7.30 करोड़ रुपये से ज्यादा जमा होने थे, लेकिन निगम के खाते में महज 30.35 लाख रुपये जमा करवाए गए हैं और लगभग सात करोड़ रुपये डकार लिए। यह है एजेंसियों पर बकाया

एजेंसी निगम की बकाया फीस (करोड़ रुपये में)

लिओ मीडियाकाम 2.68

एग्मैक 1.90

स्पिक एंड स्पैन सर्विस 2.41

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