आफलाइन से आनलाइन तक उत्साह लाने को तैयार फेस्टिवल सीजन

वैश्विक महामारी कोविड-19 और लाकडाउन के कारण कारोबारी वर्ग के बिजनेस का संतुलन अत्यधिक प्रभावित हुआ है। इनका कहना है कि अक्टूबर में शुरू हो रहा फेस्टिवल सीजन उनके कामकाज को बुलंदी पर ले जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 05:41 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 05:41 PM (IST)
आफलाइन से आनलाइन तक उत्साह लाने को तैयार फेस्टिवल सीजन
आफलाइन से आनलाइन तक उत्साह लाने को तैयार फेस्टिवल सीजन

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: वैश्विक महामारी कोविड-19 और लाकडाउन के कारण कारोबारी वर्ग के बिजनेस का संतुलन अत्यधिक प्रभावित हुआ है। इनका कहना है कि अक्टूबर में शुरू हो रहा फेस्टिवल सीजन उनके कामकाज को बुलंदी पर ले जाएगा। साइबर सिटी के विभिन्न बाजारों के कारोबारियों का कहना है कि आनलाइन खरीदारी से उनके कारोबार पर किसी प्रकार का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। दोनों अलग-अलग प्लेटफार्म हैं और दोनों के ग्राहक भी अलग-अलग हैं। इन दोनों को फेस्टिवल सीजन से भरपूर लाभ होने की संभावना बनती दिख रही है। आनलाइन बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले साल के फेस्टिवल सीजन की अपेक्षा इस साल इस सीजन की खरीदारी में 30 प्रतिशत से अधिक उछाल आने की संभावना है।

परिधानों, क्राकरी, इलेक्ट्रानिक्स और गिफ्ट आइटमों की बिक्री से संबंधित करोबारियों का कहना है कि लोग आनलाइन खरीदारी के प्रति इसलिए उन्मुख होते हैं क्योंकि उन्हें वहां अच्छा डिस्काउंट मिलता है। यदि उन्हें पारंपरिक बाजार में भी इस प्रकार से डिस्काउंट मिलें तो वह यहीं से अधिक से अधिक खरीदारी करेंगे।

सदर बाजार के कपड़ा कारोबारी प्रफुल्ल अग्रवाल का कहना है कि उन्होंने रेडीमेड परिधानों पर कितना डिस्काउंट देना है इसे लेकर अपनी तैयारी कर रहे हैं। इनका कहना है कि अमेजन और फ्लिपकार्ट पर तीन अक्टूबर से शुरू हो रहे शापिग फेस्टिवल की छूट का इंतजार कर रहे हैं। वह देख रहे हैं वह कितना और किस प्रकार से छूट दे रहे हैं। इसी प्रकार से डीएलएफ फेज दो और सेक्टर-29 स्थित शापिग कांप्लेक्स में भी फेस्टिवल सीजन को लेकर भरपूर तैयारियां की जा रही हैं।

आनलाइन कारोबारी शुभम का कहना है कि वह कई आनलाइन शापिग पोर्टल से जुड़ अपना काम करते हैं। इनका कहना है कि यह फेस्टिवल सीजन को बाजार के उद्धारक के रूप में देखा जा रहा है। बाजार विशेषज्ञ राज गुलिया का कहना है कि ई-कामर्स कंपनियों के कारण रिटेलर्स को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होने वाला है। बड़ी संख्या में आफलाइन करोबारियों ने इस फेस्टिवल सीजन में होम डिलेवरी की सुविधा भी प्रदान की है। उनका कहना है कि ग्राहकों के रुझान को देखते हुए ऐसा किया जा रहा है। ट्रेडर चंदन मुंजाल का कहना है कि पारंपरिक बाजार से लेकर आनलाइन प्लेटफार्म तक से भारी खरीदारी की उम्मीद है। इलेक्ट्रानिक्स कारोबारी दुविधा में

सभी इलेक्ट्रानिक्स उत्पादों का जरूरी हिस्सा सेमीकंडक्टर चिप की उपलब्धता में कमी से इलेक्ट्रानिक्स कारोबारी दुविधा में हैं। उनका कहना है कि उनके पास जो स्टाक है यदि उससे अधिक की डिमांड मार्केट में आती है तो दिक्कत हो सकती है। इससे प्रोडक्ट महंगे हो सकते हैं। इसका असर ग्राहकों की संख्या पर पड़ सकता है।

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