टोकन नहीं मिलने से परेशान हैं किसान
किसान अनाज मंडी में बाजरा बेचने के लिए आते हैं लेकिन टोकन नही मिलने से पूरा दिन चक्कर काटकर निराश होकर चले जाते हैं।
संवाद सहयोगी, फरुखनगर: किसान अनाज मंडी में बाजरा बेचने के लिए आते हैं लेकिन टोकन नही मिलने से पूरा दिन चक्कर काटकर निराश होकर चले जाते हैं। कई किसान ऐसे हैं, जिनके पास फसल बेचने का मैसेज भी आ चुका है मगर बिक्री का नंबर नहीं आ रहा है। कभी सर्वर खराब तो कभी अन्य बहाने किसानों के आगे बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा कई किसानों से फसल खरीद तो ली गई पर उनके बैंक खातों में रकम नहीं आई है। परेशान होकर जब किसान अधिकारियों के पास जाते हैं तो गोलमोल जवाब मिलता है। 3 अक्टूबर को सप्ताह चुना था लेकिन आज 20 तारीख हो गई है उसके बावजूद नंबर नहीं आया है। आए दिन मार्केट कमेटी के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। हम लोगों की पीड़ा प्रशासन को नजर नहीं आ रही है। जबकि अधिकारी खरीद बेहतर करने के दावे कर रहे हैं।
नरेंद्र यादव, निवासी डूमा सरकार चुनाव के दौरान बड़े-बड़े दावे करती है लेकिन अब कोई किसानों की नहीं सुन रहा है। बाजरे की फसल नहीं बिकने के कारण इधर- उधर कम दामों में अपनी फसल को बेचना पड़ रहा है, जिससे किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है।
हरकेश निवासी खैटावास
बाजरे की फसल की खरीद शुरू हुई तब सप्ताह चुना था लेकिन अब तक नंबर नहीं आया है। मंडी में किसान अपनी फसल को लेकर आता है, जिसको आढ़तियों के पास ओने पोने दामों बेच कर जाना पड़ता है। सरसों व गेंहू की खेती की बिजाई के लिए पैसे की जरूरत है।
बीरेंद्र, निवासी भांगरौला
किसानों की समस्या जायज है। सर्वर बेहतर तरीके से काम करे इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। अब सभी मंडियों में किसानों की सुविधा के लिए टोकन पर्याप्त मिलने लगे हैं। फरुखनगर मंडी में आ रही समस्या को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा हुआ है।
वीरेंद्र यादव, पूर्व चेयरमैन मार्केट कमेटी