हर किसी को घर का लक्ष्य पाने को बने अलग से मंत्रालय: खंडेलवाल

हरियाणा भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (हरेरा) गुरुग्राम के चेयरमैन डॉ. केके खंडेलवाल ने कहा कि वर्ष 2022 तक हर किसी को घर के लक्ष्य को पाने के लिए अलग से मंत्रालय बनना चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 08:05 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 08:05 PM (IST)
हर किसी को घर का लक्ष्य पाने को बने अलग से मंत्रालय: खंडेलवाल
हर किसी को घर का लक्ष्य पाने को बने अलग से मंत्रालय: खंडेलवाल

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: हरियाणा भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (हरेरा), गुरुग्राम के चेयरमैन डॉ. केके खंडेलवाल ने कहा कि वर्ष 2022 तक हर किसी को घर के लक्ष्य को पाने के लिए अलग से मंत्रालय बनना चाहिए। इस काम को एक अभियान के तौर पर लेना चाहिए तभी पांच करोड़ मकान को बनाया जा सकता है।

हरेरा, गुरुग्राम के चेयरमैन ने यह बातें रविवार को अग्रवाल वैश्य समाज की ओर से आयोजित वेबिनार कॉन्फ्रेंस के दौरान कही। उन्होंने लोगों के कई सवालों के जवाब भी दिए। उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी असफलता यह है कि हमने शहरों को स्लम बना डाला है। दो-चार चीजें लगाकर गांवों को आदर्श गांव का नाम दे दिया जाता है। इस स्लम को बनाने में नौकरशाह, पुलिस, राजनेता और स्थानीय विधायक की अहम भूमिका होती है। गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे शहरों को स्लम बना दिया गया है। इस प्रकार के अवैध विकास के खिलाफ सभी को खड़ा होना चाहिए। कुछ लोग अवैध कॉलोनी काट कर यह काम कर रहे हैं।

वेबिनार के संयोजक अधिवक्ता अभय जैन ने आंकड़ों के जरिए प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी व ग्रामीण की स्थिति के बारे में बताया। हरेरा चेयरमैन द्वारा हर किसी को घर लिए अलग से मंत्रालय बनाने के सुझाव का रेडप्रो डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अर्जुन कुमार ने समर्थन किया।

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