नमो देव्यै महादेव्यै: पर्यावरण संरक्षण को समर्पित है अनीता सरावगी का जीवन

वैश्विक महामारी कोविड-19 में हर वर्ग किसी न किसी रूप परेशानी में रहा। इस परेशानी के दौर में भी कई लोग अपनी चिता छोड़ दूसरों की मदद के लिए डटे रहे। ऐसी ही शख्सियत हैं शहर की पर्यावरण के प्रति समर्पित अनीता सरावगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 06:42 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 08:08 PM (IST)
नमो देव्यै महादेव्यै: पर्यावरण संरक्षण को समर्पित है अनीता सरावगी का जीवन
नमो देव्यै महादेव्यै: पर्यावरण संरक्षण को समर्पित है अनीता सरावगी का जीवन

महावीर यादव, बादशाहपुर

वैश्विक महामारी कोविड-19 में हर वर्ग किसी न किसी रूप परेशानी में रहा। इस परेशानी के दौर में भी कई लोग अपनी चिता छोड़ दूसरों की मदद के लिए डटे रहे। ऐसी ही शख्सियत हैं शहर की पर्यावरण के प्रति समर्पित अनीता सरावगी। अनीता सरावगी लोगों को न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का काम कर रही हैं बल्कि कोरोना से बचाव के लिए जरूरतमंद लोगों को मास्क व सैनिटाइजर भी वितरित करती हैं। इसके अलावा वे लोगों को जूट के बैग देकर भी पर्यावरण संरक्षण की अलख जगा रही हैं।

अनीता सरावगी का पर्यावरण से गहरा जुड़ाव है। वे 55 गांवों में करीब 25 सौ पौधे लगा चुकी हैं। वे सड़क किनारे पौधारोपण का काम करती हैं। सिगल यूज प्लास्टिक पर्यावरण के लिए सबसे बड़ा खतरा है। सिगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने के लिए वे स्कूली छात्र छात्राओं को जागरूक करने में जुटी रहती हैं। बच्चों को स्टील के टिफिन वितरित करती हैं, ताकि बच्चे प्लास्टिक के टिफिन प्रयोग ना करें।

अनीता बताती हैं कि उनका उद्देश्य केवल पौधे लगाना ही नहीं बल्कि बाद में उनकी पूरी तरह देखभाल करना भी है। जरूरतमंद बच्चों को इस समय वे मास्क बांटने के साथ-साथ उनको स्कूल जाने के लिए स्कूल बैग और कापियां भी उपलब्ध करा रही हैं। ताकि कोई भी वंचित परिवार मास्क ना होने के कारण बीमारी का शिकार ना हो जाए। उनका कहना है कि यह समय सभी के लिए बड़ा चुनौती भरा दौर है। नवरात्र के दौरान कंजिका को मास्क वितरण और कापी व स्कूल बैग देने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। लोगों को जूट के बैग देखकर पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक करना सबसे पहली प्राथमिकता रहती है। जागरूकता से ही बदलाव आते हैं।

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