मनोहर शासन में कई योजनाएं सिरे चढ़ीं, कुछ लंबित रहीं

भाजपा सरकार के सात साल के शासन में शहर में सड़कों और फ्लाईओवर का जाल बिछ गया। नए फ्लाईओवर बनने से जहां ट्रैफिक जाम की समस्या कम हुई है वहीं फ्लाईओवर और सड़कें शहर के विकास में सहायक बन रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 07:21 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 07:21 PM (IST)
मनोहर शासन में कई योजनाएं सिरे चढ़ीं, कुछ लंबित रहीं
मनोहर शासन में कई योजनाएं सिरे चढ़ीं, कुछ लंबित रहीं

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: भाजपा सरकार के सात साल के शासन में शहर में सड़कों और फ्लाईओवर का जाल बिछ गया। नए फ्लाईओवर बनने से जहां ट्रैफिक जाम की समस्या कम हुई है, वहीं फ्लाईओवर और सड़कें शहर के विकास में सहायक बन रही हैं। कई घोषणाएं ऐसी भी हैं, जो काफी दिनों से लंबित हैं। लोगों को इनके पूरा नहीं होने के कारण दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है।

प्रदेश में भाजपा सरकार की दूसरी पारी है। पहली पारी में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार रही। दूसरी पारी में भाजपा ने जजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई है। भाजपा सरकार बनने के बाद सबसे बड़ी उपलब्धि केएमपी (कुंडली मानेसर पलवल ) एक्सप्रेस-वे चालू करना रहा। केएमपी दिल्ली और गुरुग्राम के लिए लाइफलाइन माना जाता है। केएमपी काफी लंबे समय से निर्माणाधीन था। बीच में इसका निर्माण कार्य रुका भी रहा। भाजपा सरकार बनते ही केएमपी का निर्माण कार्य तेज गति से शुरू किया गया। केएमपी के बनने के बाद मुंबई और जयपुर की तरफ से चंडीगढ़, पलवल व आगरा की तरफ जाने वाले वाहनों का गुरुग्राम में आना खत्म हो गया। इसकी वजह से गुरुग्राम में ट्रैफिक का दबाव कम हुआ ।

शहर में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस लोक निर्माण विश्राम गृह का निर्माण किया गया। पुराने विश्राम गृह के स्थान पर बहुमंजिला लोक निर्माण विभाग का कार्यालय बनाया गया है। इफको चौक पर सारा दिन जाम की स्थिति बनी रहती थी। यहां पर यू-शेप के दोनों तरफ फ्लाईओवर का निर्माण किया गया। फ्लाईओवर के निर्माण के बाद यहां जाम की समस्या बिल्कुल खत्म हो गई।

दो हजार करोड़ की लागत से होगा गुरुग्राम-सोहना एक्सप्रेस-वे का निर्माण

राजीव चौक से लेकर सोहना तक एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। इसमें सुभाष चौक से बादशाहपुर के पार तक करीब 11 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड बनाया जा रहा है। बादशाहपुर में जाम की समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया था। भाजपा की पहली पारी में बादशाहपुर के विधायक व कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने इस समाधान के लिए मुख्यमंत्री व केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से कई बार मुलाकात की। राव नरबीर के प्रयास से इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण को गति मिली। बादशाहपुर में एलिवेटेड रोड बनने के कारण सोहना के आसपास विकसित होने वाली कालोनियों को भी संजीवनी मिली। सोहना रोड पर सोसायटी में फ्लैटों के दामों में इस रोड के बनने से काफी तेजी आई है।

नहीं बन सका बादशाहपुर में 100 बिस्तर का अस्पताल

बादशाहपुर के सेक्टर-67 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सौ बिस्तर का अस्पताल बनाने की घोषणा की थी। इस अस्पताल के लिए 2013 में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने आठ एकड़ जमीन अधिगृहीत की थी। 2016 में मुख्यमंत्री ने अस्पताल बनाने की घोषणा की और उसके बाद तत्कालीन कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने इस अस्पताल के निर्माण की नींव रखती थी। पांच साल में इस अस्पताल के निर्माण के लिए एक ईंट भी नहीं लग पाई है।

नगर निगम व शीतला माता श्राइन बोर्ड के सहयोग से शीतला माता मेडिकल कालेज बनाने की भी घोषणा की गई थी। इसके लिए 981 करोड़ रुपये का बजट भी बनाया गया था। इस मेडिकल कालेज का भी शहर के लोगों को बनने का आज तक इंतजार है।

विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ केवल भाजपा नेता ढोल पीट रहे हैं। मुख्यमंत्री घोषणा कर चले जाते हैं अधिकारी भूल जाते हैं। शहर की सड़कें जर्जर हैं, उनसे उड़ रही धूल लोगों को परेशान कर रही है।

कैप्टन अजय यादव, पूर्व मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता विकास का पहिया तेजी से चल रहा है। कुछ योजनाएं कोरोना संकट के चलते समय से पूरी नहीं हो पाई उनकी भी मुख्यमंत्री ने समीक्षा कर पूरा करने के निर्देश दिए हैं।

गार्गी कक्कड़, जिला अध्यक्ष भाजपा

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