ड्रेन टूटने से खेतों में भरा पानी, फसल डूबी

करीब 1500 एकड़ कृषि भूमि जलभराव हो गया। बुढेडा धनकोट दौलताबाद खेड़की माजरा धरमपुर मोहम्मद हेड़ी समेत कई गांव के खेतों में बोई गई ज्वार बाजरा तथा सब्जी की फसल डूब गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 06:24 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 06:24 PM (IST)
ड्रेन टूटने से खेतों में भरा पानी, फसल डूबी
ड्रेन टूटने से खेतों में भरा पानी, फसल डूबी

संवाद सहयोगी, फरुखनगर: पिछले दो दिनों से लगातार हो रही है बारिश के कारण गांव बुढेडा में ड्रेन टूट जाने से काफी नुकसान हो गया। करीब 1500 एकड़ कृषि भूमि जलभराव हो गया। बुढेडा, धनकोट, दौलताबाद, खेड़की माजरा, धरमपुर, मोहम्मद हेड़ी समेत कई गांव के खेतों में बोई गई ज्वार, बाजरा तथा सब्जी की फसल डूब गई। इन गांवों की कृषि योग्य भूमि को ढहर के नाम से जाना जाता है। यह भूमि दिल्ली की सीमा नजफगढ़ ड्रेन के साथ लगती है।

लगभग 40-50 वर्ष पहले दिल्ली सरकार ने अपनी सीमा में यमुना नदी में अधिक पानी के आने से अपने गांवों को डूबने से बचाने के लिए एक बांध बना दिया था लेकिन हरियाणा सरकार द्वारा अपनी सीमा पर कोई बांध नहीं बनवाया था जिस कारण यमुना नदी में अधिक पानी आने पर इस ड्रेन का पानी बुढेडा व आसपास के सभी गांवों की भूमि में भर जाता है। इस पानी से कृषि योग्य भूमि के काफी हिस्से में फसल की बोवाई नहीं हुई थी जिसने बो रखा था उसकी फसल डूब जाती है। रमेश वशिष्ठ, रामबीर ने बताया कि हर साल ऐसा होता है खेती होते हुए भी खेती नहीं कर सकते। ड्रेन बारिश का पानी निकलने के लिए कई साल पहले हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने बनवाई थी।

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