डाइटीशियन की सलाह: व्रत के दौरान खान-पान में लापरवाही हो सकती है घातक: नेहा पठानिया
कोरोना महामारी अधिक विध्वंसक रूप में सामने आ रही है। मरीजों की संख्या बढ़ रही है और इसका नया म्यूटेंट बच्चों को भी प्रभावित कर रहा है। ऐसे में हमें अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: कोरोना महामारी अधिक विध्वंसक रूप में सामने आ रही है। मरीजों की संख्या बढ़ रही है और इसका नया म्यूटेंट बच्चों को भी प्रभावित कर रहा है। ऐसे में हमें अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। इस समय, जबकि नवरात्र हैं और लोग व्रत-उपवास रख रहे हैं, ऐसे में लोगों को अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। इस बारे में पारस अस्पताल की मुख्य डायटीशियन नेहा पठानिया का कहना है कि इस समय अपने आप को अधिक से अधिक हाइड्रेट रखना सबसे आवश्यक है। व्रत में लोग सूखी चीजें और तला-भुना ज्यादा खाते हैं तो शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जो इस समय घाटक हो सकती है। उन्होंने बताया कि इस दौरान व्रत में क्या खाएं और किन चीजों से बचें ताकि कोरोना महामारी से बचाव हो सके - - फल और मेवे खाएं, खट्टे फलों में विटामिन सी पाया जाता है, जो कि रोग प्रतिरोधी क्षमता का विकास करता है
- तरल चीजें जैसे कि नारियल पानी या छाछ पिएं।
- तले-भुने भोजन से बचें, फैट बढ़ाने के साथ-साथ तली-भूुनी चीजों को खाकर पानी पीने से गले में परेशानी हो सकती है।
- साबुदाना, सब्जियों और दही को अपने डाइट में शामिल करें
- फलों के शेक पीएं, लेकिन ताजा बनाया गया, इसे स्टोर न करें
- कोरोना महामारी के दौर में व्रत में दिन भर खाते रहने से बचें
- इस समय व्रत का उद्देश्य यह भी होना चाहिए कि शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकाला जाए
- फलों के रस के बजाए ताजा मौसमी फल साबुत खाएं, इससे फलों के फाइबर रह-रहकर शरीर को ऊर्जा और नमी देते हैं।