मानेसर से फरुखनगर तक की बस चलाने की मांग
मानेसर से फरुखनगर झज्जर रोहतक बाढ़सा एम्स और दादरी तक जाने वाले लोगों को परिवहन सुविधा नहीं मिलने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, मानेसर: मानेसर से फरुखनगर, झज्जर, रोहतक, बाढ़सा एम्स और दादरी तक जाने वाले लोगों को परिवहन सुविधा नहीं मिलने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मानेसर से फरुखनगर तक जाने के लिए तीन बार वाहन बदलने पड़ रहे हैं। इससे लोगों पर आर्थिक बोझ भी बढ़ रहा है और परेशानी भी हो रही है। इस समस्या को देखते हुए लोगों ने मानेसर से फरुखनगर तक बस सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है।
लोगों का कहना है कि फरुखनगर से झज्जर के लिए बस मिल जाती है, लेकिन मानेसर से फरुखनगर तक जाने के लिए न तो डीजल आटो हैं और न ही रोडवेज की बसें। इस रूट पर जाने वाले लोगों को दूसरे वाहन चालकों से सहायता लेकर ही जाना पड़ता है। कई बार अंधेरा होने पर वाहन चालक भी सहायता नहीं करते तो काफी दिक्कत होती है। मानेसर से फरुखनगर तक करीब 15 किलोमीटर के रास्ते में लोगों को पहुंचने के लिए तीन बार लोगों से सहायता लेनी पड़ती है।
लोगों का कहना है कि मानेसर से फरुखनगर तक जाने के लिए गुरुगमन की बसें चलाई जानी चाहिए। फरुखनगर से गुरुग्राम चलने वाली बसें वजीरपुर तक तो जाती हैं, लेकिन आगे किसी प्रकार का कोई साधन नहीं है। मानेसर की औद्योगिक इकाइयों में कार्य करने वाले काफी लोग फरुखनगर में किराये पर रहते हैं या अपना घर बना रखा है। इन लोगों को मजबूरी में अपने निजी वाहन से मानेसर तक जाना पड़ता है। अगर इस रूट पर बसें चलाई जाती हैं तो हजारों लोगों को सहूलियत हो जाएगी। अगर किसी को जाना है तो निजी वाहन चालकों से सहायता लेकर ही जाना पड़ता है। कई कंपनियों ने तो अपनी बसें चला रखी हैं जो कर्मचारियों को रोजाना फरुखनगर से लेकर जाती हैं और छोड़कर जाती हैं। यहां सरकारी बसें चलाई जानी चाहिए ताकि लोगों को सुविधा मिल सके।
नरेंद्र कुमार फरुखनगर के सुल्तानपुर मोड़ पर रोजाना काफी लोग वाहन चालकों से सहायता लेकर मानेसर जाने के लिए खड़े रहते हैं। करीब 15 किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। अगर मानेसर तक सीधी बस सर्विस शुरू हो जाती है तो लोगों को काफी सुविधा हो जाएगी।
राजबीर शर्मा