गांव में नहीं सोहना शहर में बने मिनी सचिवालय
गांव घामडोज में मिनी सचिवालय बनाए जाने की योजना को अमलीजामा पहनाने से पहले ही इस पर विवाद शुरू हो गया है। शहरवासियों ने गांव घामडोज की पंचायती भूमि में मिनी सचिवालय बनाए जाने की योजना पर एतराज जताया है।
सतीश राघव, सोहना
गांव घामडोज में मिनी सचिवालय बनाए जाने की योजना को अमलीजामा पहनाने से पहले ही इस पर विवाद शुरू हो गया है। शहरवासियों ने गांव घामडोज की पंचायती भूमि में मिनी सचिवालय बनाए जाने की योजना पर एतराज जताया है। उन्होंने सोहना के विधायक संजय सिंह से सोहना शहर में ही मिनी सचिवालय बनाए जाने की मांग की है।
स्थानीय प्रशासन ने सोहना से करीब 6 किलोमीटर दूरी पर सोहना-गुरुग्राम मेन रोड पर स्थित गांव घामडोज की 206 कनाल पंचायत की भूमि में मिनी सचिवालय बनाने की योजना तैयार की है। कागजी कार्यवाही भी पूरी कर ली गई है। इसकी सूचना शहरवासियों को मिली तो उन्होंने विरोध जताया।
बता दें कि निवर्तमान विधायक तेजपाल तंवर के कार्यकाल में मिनी सचिवालय बनाए जाने की घोषणा की गई थी। सरकार की ओर से हरी झंडी दी गई थी। सचिवालय 66 केवी बिजली विभाग केंद्र की करीब 4 एकड़ रकबा में बनाया जाना था। लेकिन प्रशासन व विधायक तेजपाल तंवर की लेटलतीफी व लापरवाही के चलते उक्त भूमि स्थानांतरण तक नहीं की जा सकी। जिससे उक्त भूमि में सचिवालय योजना अधर में लटक कर रह गई।
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शहर की हजारों लोगों की आबादी है। शहर में कई विभाग के कार्यालय हैं। गांव के लोग भी शहर में अपने जरूरी कामकाज के लिए आते हैं। इसलिए मिनी सचिवालय भी यहीं बनना चाहिए। गांव घामडोज में शहर से दूर कैसे आम लोग आना जाना कर सकेगें।
- राजकुमार गोयल, पूर्व नप चेयरमैन
- नगरपरिषद की सैकड़ों एकड़ जमीन शहर में ही खाली पड़ी है। जिस पर स्थानीय प्रशासन मिनी सचिवालय का निर्माण करा सकती है। स्थानीय प्रशासन को शहर में ही मिनी सचिवालय बनाना चाहिए। गांव घामडोज तक आने जाने में काफी दिक्कत होगी।
दीपक गर्ग, समाजसेवी
पिछली सरकार के समय से शहर में मिनी सचिवालय प्रस्तावित है। भूमिका चयन तक किया जा चुका है। उक्त सचिवालय जल्द बनना चाहिए। प्रशासन से मांग है कि शहर में जल्द से जल्द मिनी सचिवालय बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाए। - कृष्ण मुखी, भाजपा नेता ग्राम पंचायत की जमीन पर सामूहिक जनहित की ऐसी सरकारी संस्था बने जिससे बहन-बेटियों सहित क्षेत्र की महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन मिले। सरकार व प्रशासन की ओर से जो भी योजना का प्रस्ताव आएगा उसका स्वागत किया जाएगा।
- निर्मला देवी, सरपंच गांव घामडोज