मेट्रो सेवा बंद करने से दैनिक यात्री परेशान हुए

किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए मेट्रो सेवा बंद करने से दैनिक यात्री भी परेशान रहे। खासकर कामकाजी लोग अधिक परेशान हुए। वे काम पर नहीं जा सके। परेशान यात्रियों ने एक सुर में कहा कि मेट्रो लाइफ लाइन है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 05:41 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 06:48 PM (IST)
मेट्रो सेवा बंद करने से दैनिक यात्री परेशान हुए
मेट्रो सेवा बंद करने से दैनिक यात्री परेशान हुए

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए मेट्रो सेवा बंद करने से दैनिक यात्री भी परेशान रहे। खासकर कामकाजी लोग अधिक परेशान हुए। वे काम पर नहीं जा सके। परेशान यात्रियों ने एक सुर में कहा कि मेट्रो लाइफ लाइन है। इसे बंद नहीं करना चाहिए था। किसान मेट्रो से दिल्ली न पहुंचें, इसके लिए सुरक्षा की व्यवस्था करनी चाहिए थी न कि गुरुग्राम-दिल्ली रूट पर मेट्रो का संचालन ही बंद कर देना चाहिए था।

बृहस्पतिवार सुबह से लेकर दोपहर दो बजे तक गुरुग्राम से दिल्ली रूट पर मेट्रो का संचालन बंद कर दिया गया था। अधिकतर कामकाजी लोग सुबह आठ बजे से 11 बजे के दौरान दिल्ली जाते हैं। जो भी स्टेशन पर पहुंचे वे निराश होकर लौटे। कुछ कैब बुक कर काम पर पहुंचे। नौ बजे के बाद टैक्सियां भी सीमावर्ती इलाकों में काफी देर तक जाम में फंसी रहीं। मेट्रो का संचालन बंद रहने से सभी स्टेशनों पर दोपहर तक सन्नाटा पसरा रहा।

किसानों के दिल्ली कूच को लेकर गुरुग्राम से दिल्ली रूट पर मेट्रो का संचालन बंद करना उचित नहीं था। यह लाइफ लाइन है। लाइफ लाइन को बंद करने से विकास की रफ्तार थम जाती है। मेरे जानकार काफी लोग भी काम पर नहीं जा सके।

- आयुष दीक्षित, यात्री मुझे समझ में नहीं आता है कि दिल्ली में रैली या प्रदर्शन होने पर मेट्रो को ही बंद कर दिया जाता है। यहां कहां का न्याय है। गुरुग्राम से दिल्ली व दिल्ली से गुरुग्राम हजारों लोग मेट्रो से ही काम करने के लिए आते जाते हैं।

- प्रमोद तिवारी, यात्री मैं गाजियाबाद में नौकरी करती हूं। गुरुग्राम से ही जाती-आती हूं। गुरुग्राम से दिल्ली रूट पर मेट्रो बंद होने से ड्यूटी पर नहीं जा सकी। मेरे कई जानकार भी ड्यूटी पर नहीं जा सके। मेट्रो का संचालन बंद नहीं करना चाहिए था।

- नेहा कुमार, यात्री नौकरी पेशा लोग ही मेट्रो से दिल्ली जाते-आते हैं। कोरोना संकट के बाद आम लोग कम ही इसका इस्तेमाल करते हैं। किसान तो स्टेशनों के नजदीक भी नहीं पहुंचेंगे। ऐसे में संचालन बंद नहीं करना चाहिए था।

- अनिरुद्ध कुमार, यात्री

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