खरीदे गए गेहूं का उठान नहीं होने से किसानों को भुगतान में देरी

जाटौली व खोड़ अनाजमंडी में गेहूं का उठान अत्यंत मंद गति से होने से किसानों व आढ़तियों दोनों को ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 07:03 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 07:03 PM (IST)
खरीदे गए गेहूं का उठान नहीं होने से किसानों को भुगतान में देरी
खरीदे गए गेहूं का उठान नहीं होने से किसानों को भुगतान में देरी

संवाद सहयोगी, हेलीमंडी: जाटौली व खोड़ अनाजमंडी में गेहूं का उठान अत्यंत मंद गति से होने से किसानों व आढ़तियों दोनों को ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जाटौली अनाजमंडी व खोड़ दोनों में मिलाकर 3,19,670 क्विटल गेहूं खरीदा गया है। दोनों अनाज मंडियों में कुल मिलाकर उठान केवल 14358 क्विटल (28,717 कट्टे) ही हुआ है। इस प्रकार खरीदे गए गेहूं का अभी तक केवल 4.5 प्रतिशत का हिस्सा ही गोदाम में पहुंच पाया है। जबकि सरकार ने 48 घंटे में ही खरीदे गए गेहूं को उठाने व 72 घंटे में किसानों की आनलाइन पेमेंट करने के आदेश दे रखे हैं। नहीं करने पर आढ़ती व ठेकेदार पर जुर्माना लगाने का प्रविधान है।

बताते हैं कि उठान में देरी होने की एक वजह पोर्टल सही से नहीं चलना भी है। उसमें दर्ज करने में देरी होने से समय से किसानों को फसल का भुगतान नहीं हो रहा है। आढ़ती तो समय रहते किसानों से खरीदे गए गेहूं की आनलाइन एंट्री कर रहे हैं परंतु पोर्टल दिखा नहीं रहा है। यही कारण है कि ठेकेदार उसे उठाने में अपनी असमर्थता जाहिर कर रहे हैं।

इधर व्यापार मंडल हेलीमंडी के अध्यक्ष रमेश गर्ग का कथन है कि उन्हें हर किसान की पोर्टल पर अलग एंट्री करनी पड़ती है। यदि उनके पास एक दिन में यदि 20 किसान हैं तो सभी की एंट्री पोर्टल पर अलग- अलग की जाती है। जब वे एंट्री कर रहें होते हैं तो इस दौरान यदि कोई और आढ़ती अपने किसी किसान की एंट्री कर देता है। इससे अनाज उठाने वाले को हर किसान का अलग-अलग अनाज उठाना पड़ रहा है। यह भी समय पर अनाज उठाव में बाधक बन रहा है।

जाटौली व खोड़ में एक अन्य समस्या धर्मकांटे की आ रही है। सरकारी धर्मकांटा न होने से निजी धर्मकांटों पर लंबी लाइन लगती है जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या भी कई बार उत्पन्न हो जाती है। यहां एक समस्या टोकन देने के काउंटर कम होने की थी परन्तु बुधवार को जाटौली मंडी में पहुंचे विधायक सत्य प्रकाश जरावता के निर्देश के बाद मार्केट कमेटी ने काउंटर की संख्या दो से बढ़कर तीन कर दी है। इससे समस्या का लगभग समाधान हो गया है। गेट पास के बाद ही मंडी में प्रवेश: मार्केट कमेटी सचिव नरेंद्र यादव ने किसानों से अपील की है कि किसान गेट पास लिए बिना अनाजमंडी में अपने वाहन की एंट्री न करवाएं व गेट पास प्रवेश द्वार पर अवश्य दिखाएं। बिना गेट पास देखे, किसी भी किसान के वाहन को अनाजमंडी में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। ऐसा कोरोना संकट को देखते हुआ किया गया है।

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