दीपावली पूजन को गोमय लक्ष्मी गणेश प्रतिमा और दीपक को दे रहे प्रोत्साहन

दीपावली पूजन के लिए सेवा भारती गोमय लक्ष्मी गणेश प्रतिमा और दीपक का विशेष पैकेज तैयार कर रही है। इसके साथ ही घर सजाने के लिए चाइनीज लड़ियों को बाय-बाय कहने की तैयारी की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 07:11 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 07:11 PM (IST)
दीपावली पूजन को गोमय लक्ष्मी गणेश प्रतिमा और दीपक को दे रहे प्रोत्साहन
दीपावली पूजन को गोमय लक्ष्मी गणेश प्रतिमा और दीपक को दे रहे प्रोत्साहन

महावीर यादव, बादशाहपुर

दीपावली पूजन के लिए सेवा भारती गोमय लक्ष्मी गणेश प्रतिमा और दीपक का विशेष पैकेज तैयार कर रही है। इसके साथ ही घर सजाने के लिए चाइनीज लड़ियों को बाय-बाय कहने की तैयारी की जा रही है। सेवा भारती के सहयोग से महिलाएं मिट्टी के सुंदर दीये बना रही हैं, वहीं लड़ियां भी तैयार की जा रही है। इस वर्ष दीपावली को कामधेनु दीपावली के रूप में मनाने के लिए तैयारी की जा रही है, वहीं सेवा बस्ती की महिलाओं को गाय के गोबर से निर्मित दीये और भारतीय लड़ियां बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके माध्यम से वे स्वावलंबी भी बन सकती हैं। कामधेनु दीपावली-2021 मनाने के लिए जोर शोर से तैयारियां की जा रही है। गोशाला में गाय के गोबर से दीये बनाने और लक्ष्मी गणेश जी की प्रतिमा बनाने का विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण लेने के बाद महिलाएं गाय के गोबर से दीये और लक्ष्मी गणेश जी की प्रतिमा बनाने के काम में जुटी हुई है। सेवा भारती ने गाय के गोबर से निर्मित दीये और गणेश लक्ष्मी की प्रतिमा का एक पैकेज तैयार किया है। इस पैकेज में 21 दीप, लक्ष्मी गणेश जी की प्रतिमा 21 दीया-बाती, सरसों का तेल और एक दीपक के लिए गाय का देसी की उपलब्ध कराया जा रहा है।

सेवा भारती ने इस पैकेज की सहयोग राशि 175 रुपये तय की है। सेवा भारती के सदस्यों के सहयोग से इस पैकेज को मंगाने वालों को पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। दूरदराज के क्षेत्र में रहने वाले लोगों को डाक के माध्यम से भी पैकेज भेजने की व्यवस्था की गई है।

गोमय दीपक और गोमय लक्ष्मी-गणेश के माध्यम से मनाई जाने वाली 'कामधेनु दीपावली' गऊ उद्यमिता का सशक्त प्रतीक है। गो-सेवा और गो-उद्यमिता से जुडी सभी संस्थाएं पूरी तैयारी में जुटी है। इस साल गोमाता के गोबर से निर्मित दीपक का पवित्र उजाला हर भारतीय के घर में शुभता ले कर आए। गोमय लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा घर घर तक पहुंच सके।

पूरन यादव लोहचब, सदस्य, हरियाणा गोसेवा आयोग एवं अध्यक्ष, कामधेनु गौधाम नन्दीधाम कार्टरपुरी

लोगों को गोमाता के प्रति जागरूक करने और महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए गोमय दीये और लड़ियों का कार्य शुरू किया गया है। सनातनी परंपरा के अनुसार गाय के गोबर से पूजन व धार्मिक अनुष्ठान करना बेहद उपयोगी माना गया है। पूजन के बाद गाय के गोबर से निर्मित दीये और लक्ष्मी गणेश की प्रतिमा को अपने गमले में रखा जा सकता है। जिससे गोबर और मिट्टी एकसाथ मिल जाएंगे।

राम सजन, अध्यक्ष, सेवा भारती, महानगर, गुरुग्राम गाय के गोबर से निर्मित दीपक के साथ ही मिट्टी के सुंदर दिए भी तैयार किए जा रहे हैं। सेवा भारती ने सभी सेवा बस्तियों में महिलाओं को इसके लिए प्रशिक्षण देकर तैयार किया है। जहां गाय के गोबर से निर्मित दीपक से गौशाला सशक्त होंगी, वही हमारी प्राचीन परंपरा को भी बढ़ावा मिलेगा।

रितु गोयल, सह प्रांत प्रमुख, सेवा भारती ---------- चाइनीज लड़ियों को बाय-बाय करने की तैयारी

सेवा भारती ने चाइनीज लड़ियों को बाय-बाय कहने की पूरी तैयारी कर ली है। भारतीय लड़ियां तैयार की जा रही है। इसके लिए महिलाओं को विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया गया है। महिलाएं भारतीय लड़ियां तैयार करने में लगी हुई हैं। लड़ियां पूर्ण रूप से स्वदेशी हैं। एक लड़ी की लंबाई 40 फुट है। जिसमें 50 एलईडी बल्ब है। यह एलईडी लड़ी मात्र 140 रुपये की सहयोग राशि में उपलब्ध है जोकि सेक्टर-12 स्थित माधवभवन संघ कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है। स्वदेशी लड़ियों के माध्यम से एक तो चाइनीज लड़ियों से लोगों का मोहभंग कराने का प्रयास है। यह लड़ियां जरूरतमंद महिलाओं के सहयोग से तैयार की जा रही हैं। महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। जरूरतमंद परिवारों के घर में भी प्रकाश पर्व पर आप सब के सहयोग से दीपावली पर प्रकाश व संपन्नता सकती है। इन लड़ियों की हमारे पास काफी मांग आ रही है।

संतोष शर्मा, जिला सचिव, सेवा भारती

chat bot
आपका साथी