औद्योगिक इकाइयों और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के लिए वेस्ट वाटर मैनेजमेट अनिवार्य

प्रदेश में तेजी से घटते भूजल स्तर को गंभीरता से लिया जा रहा है। रविवार देर शाम हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण (एचडब्ल्यूआरए) की चेयरपर्सन केशनी आनंद अरोड़ा की अध्यक्षता में इस मुद्दे पर सिविल लाइन स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में बैठक हुई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 07:53 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 09:57 PM (IST)
औद्योगिक इकाइयों और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के लिए वेस्ट वाटर मैनेजमेट अनिवार्य
औद्योगिक इकाइयों और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के लिए वेस्ट वाटर मैनेजमेट अनिवार्य

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: प्रदेश में तेजी से घटते भूजल स्तर को गंभीरता से लिया जा रहा है। रविवार देर शाम हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण (एचडब्ल्यूआरए) की चेयरपर्सन केशनी आनंद अरोड़ा की अध्यक्षता में इस मुद्दे पर सिविल लाइन स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में बैठक हुई। इसमें औद्योगिक इकाइयों और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के प्रतिनिधियों सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान भूजल स्तर में सुधार को लेकर मंथन किया गया। सभी को ट्रीटेड वेस्ट वाटर पालिसी के अंतर्गत निर्धारित मानदंडों का गंभीरता से पालन के निर्देश दिए गए।

केशनी आनंद अरोड़ा ने औद्योगिक इकाइयों तथा इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टरों से आए प्रतिनिधियों से कहा कि वे अपने यहां निकलने वाले वेस्ट वाटर का सदुपयोग करने का गंभीरता से प्रयास करें। आने वाली पीढ़ी के भविष्य को ध्यान में रखते हुए भूजल मामले में अभी से प्रयास किए जाने की आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल इसे लेकर काफी गंभीर हैं। निर्माण गतिविधियों सहित पार्क और फ्लशिग आदि के लिए नियमानुसार ट्रीटेड वाटर के इस्तेमाल के सभी को निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि आदेश की अवहेलना करने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

केशनी आनंद ने बताया कि प्रदेश में गुरुग्राम सहित 14 जिलों में तेजी से भूमिगत जल का स्तर घट रहा है। यह हम सभी के लिए चिता का विषय है। ऐसे में जरूरी है कि समय रहते इस दिशा में आवश्यक कदम उठाया जाएं। इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए सिचाई, कृषि, बागवानी, वन तथा मत्स्य विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों को कार्ययोजना बनाते हुए काम करने के निर्देश दिए गए हैं।

प्रदेश की सभी औद्योगिक इकाइयों को भू-जल दोहन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने के निर्देश दिए गए हैं। यह अनापत्ति प्रमाणपत्र हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण द्वारा जारी किए जा रहे हैं। प्राधिकरण के पोर्टल द्धह्लह्लश्च://www.द्ध2ह्मड्ड.श्रह्मद्द.द्बठ्ठ के माध्यम से यह आवेदन किया जा सकता है। अब तक प्रदेश में 200 से अधिक आवेदकों को एनओसी दी जा चुकी है। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए प्राधिकरण के हेल्पलाइन नंबर 9888490854 और 0172-2992941 पर काल कर जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

बैठक में सिचाई तथा टाउन एंड कंट्री प्लानिग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह ने कहा कि बैठक का उद्देश्य औद्योगिक और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर से आए प्रतिनिधियों को वेस्ट वाटर के इस्तेमाल के लिए प्रेरित करना था। सुधीर राजपाल ने ट्रीटेड वेस्ट वाटर पालिसी के अंतर्गत जिले में किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया। बैठक में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के प्रधान सचिव एके सिंह, एचडब्ल्यूआरए के सीईओ एसएस कादियान, सदस्य डीपीएस बेनीवाल और एमएस लांबा उपस्थित रहे।

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