सीआरपीएफ के समूह केंद्र में पेंशन अदालत में आई 70 शिकायतें
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कादरपुर स्थित समूह केंद्र में अर्धसैनिक बलों के सेवानिवृत्त कार्मिकों के लिए शुक्रवार को वर्चुअल पेंशन अदालत का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, बादशाहपुर: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कादरपुर स्थित समूह केंद्र में अर्धसैनिक बलों के सेवानिवृत्त कार्मिकों के लिए शुक्रवार को वर्चुअल पेंशन अदालत का आयोजन किया गया। पेंशन अदालत में सीआरपीएफ के अलावा सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) तथा भारत तिब्बत सीमा बल (आइटीबीपी) के सेवानिवृत्त कार्मिकों ने भी अपनी समस्याएं रखीं। अधिकतर समस्याओं का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया।
कादरपुर समूह केंद्र के तहत छह जिले फरीदाबाद, पलवल, नूंह, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी व गुरुग्राम है। इन जिलों में सेना व अर्धसैनिक बलों में ही सबसे ज्यादा जवान है। प्रत्येक महीने काफी संख्या में जवान व अधिकारी अपनी सेवा पूरी करने के बाद सेवानिवृत्त होते हैं। सेवानिवृत्त होने के बाद पेंशन के लिए किसी भी जवान व अधिकारी को दिक्कत ना आए। इसलिए समय-समय पर पेंशन अदालत का आयोजन किया जाता है। शुक्रवार को लगाई गई पेंशन अदालत में 70 कार्मिकों ने अपनी समस्याएं रखीं। अधिकतर समस्याएं पेंशन में एरियर आदि न जोड़े जाने की रही। कुछ कार्मिकों ने शिकायत की कि उन्हें पेंशन कम मिल रही है। उनका रिकार्ड देखकर उनको मौके पर ही संतुष्ट कर दिया गया कि उनकी पेंशन में कोई कमी नहीं है। नियमानुसार पूरी पेंशन मिल रही है।
पेंशन अदालत में सीआरपीएफ के 54, सीमा सुरक्षा बल के 13 और आईटीबीपी के तीन कार्मिकों तथा देश के लिए बलिदान देने वाले कार्मिकों के उत्तराधिकारियों ने समस्याएं रखीं। समूह केंद्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक सुनील जून ने बताया कि जो समस्याएं मौके पर ही हल की जा सकती थी। उनको हल कर दिया गया। जिन समस्याओं का निपटारा मौके पर संभव नहीं था। उनके समाधान के लिए संबंधित विभाग तथा कार्यालय को पत्र लिख दिया गया है। कार्मिकों को पेंशन संबंधी कोई समस्या ना रहे। इसके लिए समय-समय पर इस तरह की पेंशन अदालत का आयोजन किया जाता रहेगा।