क्राइम फाइल: आदित्य राज

पिछले सप्ताह पुलिस आयुक्त केके राव अधीनस्थ संयुक्त पुलिस आयुक्त कुलविदर सिंह के साथ नाकों का निरीक्षण करने के लिए निकले थे। इससे सभी नाकों पर तैनात पुलिसकर्मी जबरदस्त तनाव में थे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 05:06 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 05:07 PM (IST)
क्राइम फाइल: आदित्य राज
क्राइम फाइल: आदित्य राज

लगा था लगेगी डांट, पर मिला स्नेह

पिछले सप्ताह पुलिस आयुक्त केके राव अधीनस्थ संयुक्त पुलिस आयुक्त कुलविदर सिंह के साथ नाकों का निरीक्षण करने के लिए निकले थे। इससे सभी नाकों पर तैनात पुलिसकर्मी जबरदस्त तनाव में थे। उन्हें लग रहा था कि किसी न किसी बात को लेकर डांट तो लगेगी ही, साथ ही पुलिस लाइन का रास्ता भी दिखाया जा सकता है। पर हुआ उलटा। नाकों पर तैनात किसी भी पुलिसकर्मी से उसकी कार्यशैली पर पुलिस आयुक्त ने सवाल नहीं किया बल्कि यह पूछा कि व्यक्तिगत या घर-परिवार में परेशानी तो नहीं? ड्यूटी करने में कोई दिक्कत हो तो बताओ। ऐसा सुन नाकों पर तैनात कई पुलिसकर्मियों की आंखें भर आईं। दरअसल, लाकडाउन एवं कोविड प्रोटोकाल का पालन लोग करें इसके लिए 50 से अधिक नाके लगाए गए हैं। नाकों पर रोटेशन के आधार पर 24 घंटे पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। अब तक ड्यूटी करते 150 से अधिक पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।

बंद हैं दुकानें, मगर शराब की बिक्री चालू है

लाकडाउन में शराब की दुकानें बंद हैं लेकिन तस्करी जारी है। खाकी को यह समझ में नहीं आ रहा है कि जब सभी दुकानें बंद हैं फिर तस्करी कैसे हो रही है। क्राइम ब्रांच की सभी टीमें इस सवाल का जवाब ढूंढने का प्रयास कर रही हैं लेकिन नहीं मिल रहा। प्रतिदिन चार-पांच तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं। कार से या घर से शराब बरामद की जा रही है। वैसे चर्चा है कि दिल्ली में लाकडाउन लागू होने के बाद ही गुरुग्राम के कारोबारियों से लेकर तस्करों को अहसास हो गया था कि यहां भी लाकडाउन लगेगा। इसे ध्यान में रखकर तस्करों ने गुरुग्राम में लाकडाउन लागू होने से पहले ही काफी मात्रा में शराब खरीद ली थी। वहीं कुछ कारोबारियों ने अपनी दुकानों से शराब निकालकर पहले ही बाहर रख ली थी। संभवत यही वजह है कि दुकानें बंद हैं, लेकिन शराब की अवैध बिक्री जारी है।

एक की वजह से पूरी टीम की जांच

बड़े से बड़े कुख्यात गैंगस्टर को गिरफ्त में लेने वाली क्राइम ब्रांच की टीम कोरोना से परेशान है। यदि बदमाश कोरोना पाजिटिव निकल जाता है तो पूरी टीम को जांच करानी पड़ती है। पिछले सप्ताह भी ऐसा ही हुआ। एसटीएफ की गुरुग्राम टीम एवं क्राइम ब्रांच की डीएलएफ फेज-चार टीम ने कुख्यात गैंगस्टर सूबे गुर्जर के तीन गुर्गों को एक साथ पकड़ा था। इन दिनों किसी की गिरफ्तारी के साथ ही उसकी कोरोना जांच कराई जाती है। तीनों गुर्गों की जांच कराई तो उनमें एक कोरोना पाजिटिव निकल गया। इससे एक या दो पुलिसकर्मियों को नहीं बल्कि टीम में शामिल सभी पुलिसकर्मियों को कोरोना जांच करानी पड़ी। क्राइम ब्रांच की डीएलएफ फेज-चार के प्रभारी नवीन कुमार कहते हैं कि कोरोना से कोई नहीं डरता। यदि पुलिसकर्मी डरेंगे फिर काम ही नहीं कर पाएंगे। रिपोर्ट पाजिटिव होने के बाद कुछ दिनों तक जिम्मेदारी से दूर रहना पड़ता है, परेशानी यह है।

फैक्ट्री में आ जाएगी पुलिस

लाकडाउन एवं कोविड प्रोटोकाल का पालन कराने को लेकर गुरुग्राम पुलिस हर क्षेत्र में सक्रिय है। इसका असर सेक्टर-37 औद्योगिक क्षेत्र में कुछ अधिक ही दिख रहा है। जैसे ही पुलिस को पता चलता है कि फैक्ट्री बिना अनुमति के चल रही है, पहुंच जाती है। एक साथ कई सवाल शुरू कर देती है। शनिवार को भी सेक्टर-10ए थाना पुलिस एक फैक्ट्री में पहुंच गई। शिकायत मिली थी कि बिना अनुमति के ही फैक्ट्री चल रही है। पता चलते ही फैक्ट्री मालिक ने तत्काल अनुमति लेटर अपने मैनेजर के पास भेजा। फिर मामला रफा-दफा हो गया। इस मामले के बाद पूरे क्षेत्र में उद्यमी एक-दूसरे को कहने लगे हैं भाई अनुमति ले लो नहीं तो कभी भी पुलिस आ सकती है। फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री की हरियाणा इकाई के महासचिव दीपक मैनी तो वाट्सएप ग्रुप पर उद्यमियों से अपील कर रहे हैं कि सभी उद्यमी अनुमति लेकर ही फैक्ट्री चलाएं।

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