गैंगस्टरों के गुर्गों पर क्राइम ब्रांच की नजर

कुख्यात गैंगस्टर सूबे गुर्जर के पकड़े जाने के बाद फिलहाल गुरुग्राम इलाके में सक्रिय कोई भी गैंगस्टर पुलिस की गिरफ्त से बाहर नहीं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 04:51 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 04:51 PM (IST)
गैंगस्टरों के गुर्गों पर क्राइम ब्रांच की नजर
गैंगस्टरों के गुर्गों पर क्राइम ब्रांच की नजर

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: कुख्यात गैंगस्टर सूबे गुर्जर के पकड़े जाने के बाद फिलहाल गुरुग्राम इलाके में सक्रिय कोई भी गैंगस्टर पुलिस की गिरफ्त से बाहर नहीं। आगे कोई नया गैंगस्टर न बने, इसके लिए क्राइम ब्रांच की टीमें गिरफ्त में आए सभी गैंगस्टरों के गुर्गों की तलाश कर रही है। यही नहीं उनके जानकारों की भी पहचान की जा रही है ताकि पूरा नेटवर्क ध्वस्त किया जा सके। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की गुरुग्राम टीम भी इस दिशा में अपने स्तर पर प्रयासरत है।

पिछले कुछ महीनों के दौरान गुरुग्राम एवं आसपास के इलाके में सक्रिय गैंगस्टरों से लेकर अधिकतर मोस्ट वांटेड जेल की सलाखों के पीछे भेजे जा चुके हैं। खासकर इस साल क्राइम ब्रांच की टीमों की सक्रियता कुछ अधिक ही दिखाई दे रही है। साल की शुरुआत में ही क्राइम ब्रांच की टीमों को पुलिस आयुक्त केके राव ने निर्देश दिया था कि एक भी मोस्ट वांटेड जेल की सलाखों से बाहर नहीं दिखने चाहिए। इसका असर साफ दिख रहा है। जहां गत वर्ष कुल 34 मोस्ट वांटेड पकड़े गए थे वहीं इस साल अप्रैल तक 41 मोस्ट वांटेड गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इलाके में सक्रिय कुख्यात गैंगस्टर सूबे गुर्जर लंबे समय से फरार चल रहा था। उसपर शिकंजा कसने के लिए गुरुग्राम पुलिस ने उसकी संपत्ति नीलाम कराने तक की कार्रवाई शुरू करा दी थी। एसटीएफ की टीम भी पीछे लगी हुई थी। अंतत पिछले महीने वह गिरफ्त में आ गया। अब उसके जितने भी गैंगस्टरों गुर्गे व अन्य सहयोगी बाहर हैं, उनकी पहचान कर सलाखों के पीछे भेजने का निर्देश पुलिस आयुक्त ने दे रखा है। अक्सर ऐसा होता है कि जब कोई भी गैंगस्टर जेल के भीतर चला जाता है तो उसका सबसे प्रमुख साथी कमान संभाल लेता है। अब पुलिस नेटवर्क को खतम करने में लगी है। जेल में बंद गैंगस्टरों के अधिकतर गुर्गे भी पकड़े जा चुके हैं। जो बचे हैं, उनकी तलाश की जा रही है।

- प्रीतपाल, सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम), गुरुग्राम

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